Interesting Facts about Ayodhya Ram Mandir in Hindi – राम मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या जिले में स्थित एक हिन्दू मंदिर है। यह मंदिर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् श्री राम को समर्पित हैं। इस मंदिर का निर्माण भगवान श्रीराम के जन्म स्थान पर हुआ है। भगवान् श्रीराम का यह मंदिर प्राचीन सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को दर्शाता है। हिन्दुओं के लिए इस मंदिर का विशेष महत्व है।
भगवान् श्री राम के भक्ति में वह शक्ति है कि जीवन की दिशा और दशा को बदल दे। राम नाम जप करने से मन और हृदय शुद्ध हो जाता है। जन्म-जन्म के पापों से मुक्ति मिल जाती है। राम जन्मभूमि पर बने राम मंदिर का सपना करोड़ो आँखों ने सजोया हैं। वे आँखें भाग्यशाली हैं जो राम मंदिर में भगवान् श्री राम के दर्शन कर पायेंगे।
Interesting Facts about Ayodhya Ram Mandir in Hindi
- राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत के लिए भूमिपूजन 5 अगस्त 2020 को किया गया था। मंदिर के निर्माण की देखरेख राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा की गई।
- राम मंदिर के गर्भगृह की 200 फ़ीट गहराई में टाइम कैप्सूल (Time Capsule) रखा गया है जिसका उद्देश्य यह है कि राम मंदिर का इतिहास हजारों साल तक मौजूद रहे। टाइम कैप्सूल ताम्रपत्र का होता है।
- अयोध्या राम मंदिर का डिज़ाइन अहमदाबाद के सोमपुरा परिवार द्वारा किया गया है। सोमपुरा परिवार कई पीढ़ियों से 100 से ज्यादा मंदिरों के डिज़ाइन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मंदिर के मुख्य वास्तुकार चंद्रकांत बी. सोमपुरा थे।
- भगवान् श्री राम के मंदिर को “राम” नाम अंकित ईटों से बनाया गया है। इनमें 30 वर्ष पुरानी ईटों का भी इस्तेमाल हुआ है जिन्हें राम शिला कहा जाता है।
- राम मंदिर का निर्माण प्राचीन वास्तुकला के माध्यम से किया जाएगा इसलिए इसमें स्टील और लोहे का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
- मंदिर का परिसर और मंदिर भवन इतना विशाल है कि इसमें 10 हजार से भी अधिक श्रद्धालु एक साथ भगवान् श्री राम का दर्शन कर सकते हैं।
- राम मंदिर ट्रस्ट के खाते में लगभग 18 करोड़ रामभक्तों ने करीब 3200 करोड़ रूपये दान स्वरूप दिए। जिसे ट्रस्ट ने बैंक खाते में आये दान के पैसे की एफडी (फिक्स्ड डिपाजिट) कर दी थी जिससे मिलने वाले ब्याज से और अन्य मिलने वाले दान से ही मंदिर का निर्माण कार्य सम्पन्न हो रहा है।
- राम मंदिर निर्माण के लिए राम भक्तों द्वारा पूरे भारत से सोने और चाँदी की ईटें मंदिर निर्माण के लिए आई हैं।
- राम मंदिर के निर्माण कार्य में स्टील के बिना उच्च ग्रेड “रोल्ड कॉम्पैक्टेड कंक्रीट”, गुलाबी बलुआ पत्थर, ग्रेनाइट पत्थर, तांबे की प्लेटें, सोना और अष्टधातु और सागौन की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है।
- मंदिर में भगवान् श्री राम के मूर्ती के साथ-साथ अन्य कई देवी देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित की जाएँगी।
अयोध्या राम मंदिर के बारे में रोचक तथ्य
- मंदिर में 392 स्तंभ और 44 दरवाजे है। यह तीन मंजिल भूकम्परोधी संरचना है।
- भारत के पवित्र सप्तपुरियों में से प्रभु श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या एक है। भारत के पवित्र सप्तपुरी इस प्रकार है – अयोध्या, मथुरा, हरिद्वार, काशी (वाराणसी), कांचीपुरम (तमिलनाडु), अवंतिका, और द्वारकाधाम (गुजरात)।
- राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भक्तों के द्वारा भेट की गई चीजे पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। जैसे राम मंदिर के लिए किसी ने दुनिया का सबसे बड़ा ताला बनाया है, तो कोई रामलला के लिए दुनिया की सबसे बड़ी अगरबत्ती भेट की है।
- राम मंदिर की संरचना कीअनुमानित आयु 2500 वर्ष है। इसके दरवाजे सागौन की लकड़ी से बने है जिसपर सोने की परत चढ़ाई गई है।
- मूर्तियाँ 6 करोड़ वर्ष पुरानी शालिग्राम शिलाओं से बनी हैं, जो गंडकी नदी (नेपाल) से लाई गई हैं।
Facts about Ram Temple in Hindi
- राम मंदिर की लम्बाई – 380 फ़ीट, चौड़ाई – 250 फ़ीट, ऊंचाई 161 फ़ीट है। मंदिर के भूतल पर दीवारों की डिज़ाइन में भगवान् श्री राम की कहानी, उनके जन्म और बचपन को चित्रित किया जायेगा।
- अहमदाबाद से 500 किलो का नगाड़ा अयोध्या आया है। जिसे बनाने में 3 महीने का वक़्त लगा और इसे बनाने में सोने और चांदी के परतों का इस्तेमाल किया गया है।
- राम मंदिर में लगने वाले घंटा अष्टधातु (सोना, चांदी, तांबा, जस्ता, सीसा, टिन, लोहा और पारा) से निर्मित है। इसका वजन 2100 किलोग्राम है। इस घंटी की ध्वनि 15 किलोमीटर दूर तक सुनाई देगी।
- राम मंदिर में मुख्यतः पांच मंडप है – नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप।
- राम मंदिर के निर्माण होने से अयोध्या एक बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन स्थल बन जायेगा और यहाँ देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे।
इसे भी पढ़े –