ठोकर पर शायरी
सलाह के सौ शब्दों से ज्यादा
अनुभव की एक ठोकर
इंसान को मजबूत बनाती है,
कुछ बातें समझाने पर नहीं
बल्कि खुद पर बीत जाने
पर ही समझ में आती है।
जब तक ना लगे बेवफाई की ठोकर,
हर किसी को अपनी मोहब्बत पर नाज होता है।
कदम यूं ही डगमगा गए मेरे रास्ते से,
वरना संभालना हम भी जानते थे,
मुझे ठोकर उस पत्थर से लगी,
जिसे हम अपना रब मानते थे।
ठोकरों पर शायरी
कांटे राहों में बहुत थे मगर,
ठोकरों के तजुर्बे से चलना था सीख लिया,
अंधेरों को मिटाने की जरूरत जब पड़ी,
रौशनी के लिए खुद जलना था सीख लिया।
साजन
Naseeb Thokar Shayari
जरूर कोई तो लिखता होगा
कागज और पत्थर का भी नसीब
वरना ये मुमकिन नहीं कि
कोई पत्थर ठोकर खाये और
कोई पत्थर भगवान बन जाये
और कागज रद्दी में जाए
और कोई कागज गीता बन जाये।
ये जिंदगी भी क्या से क्या बना देती है,
हर किसी को सलीके से जीना सिखा देती है,
यूं तो जिंदगी बहुत आसान नजर आती है
एक हल्की सी ठोकर भी संभलना सिखा देती हैं.
Sad Thokar Status
ये कमबख्त दिल बहुत साजिशें करता है,
जो ठोकर मारे ख्वाहिश उसी की करता है।
सींचा था मैंने जिसे फूल की तरह ,
एक ठोकर में उड़ा दी उसी ने धूल की तरह ।
कभी पत्थर की ठोकर से भी आती नहीं खरोच,
कभी ज़रा सी बात से इन्सान बिखर जाता है।
खा चुकेे ठोकर दोबारा खाएं क्या,
फिर से तुम्हारे चक्कर में पड़ जाएं क्या।
एक ठोकर में ऐसे बर्बाद हुआ दिल,
जैसे हँसता खेलता कोई बच्चा, यतीम हो जाएँ।
Thokar Shayari in Urdu
ठोकर किसी पत्थर से अगर खाई है मैं ने,
मंज़िल का निशाँ भी उसी पत्थर से मिला है.
बिस्मिल सईदी
समझाया था देख के चलिए
कैसी खाई ठोकर कहिए
शाद आरफ़ी
नाकामियों से कम न हुआ हौसला मिरा
ठोकर लगी तो और संभलता चला गया
रहमत इलाही बर्क़ आज़मी