भारतीय राजनीति पर कविता | Poem on Indian Politics in Hindi

Political Poems in Hindi ( Rajniti Kavita ) – इस पोस्ट में बेहतरीन राजनीतिक कविता ( Rajnitik Kavita ) दिया गया हैं. इस कविता को जरूर पढ़े. राजनीति सबके लिए एक दिलचस्प विषय हैं और हम कहीं न कहीं राजनीति से जुड़े हैं. राजनीति की बाते लोग बड़े ही चाव और ख़ुशी के साथ सुनते हैं आशा करता हूँ कि नीचे दी गयी कवितायें आपको पसंद आएँगी. इन कविताओं को दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें.

भ्रष्टाचार पर कविता – राजनीतिक कविता | Poems Against Corruption – Political Poems

देखो, पूछो, सोचो, समझो और फिर आव़ाज उठाओ,
पर देखना शान्ति भंग होने न पायें
जो ख़ास अहदों पर बैठे हैं हमारे ही लोग हैं,
देखना आपस में जंग होने न पायें
सारथी समझकर दी हैं जिन्हें देश की कमान
नजर रखना सारथी, दबंग होने न पायें
गुलाब की खेती में काँटों से सामना होने ही वाला हैं,
पर देखना कोई काँटे बोने न पायें
मकसद बड़ा हो तो मुश्किल भी बड़ी आती हैं,
मुश्किलों के चलते मकसद खोने न पायें
परिवर्तन का एक अनोखा ही माहौल है देश में,
छोटी सी गलती से रंग में भंग होने न पायें
जी शांति और ढंग के साथ ये आन्दोलन चल रहा हैं,
देखना मंजिल तक वो ढंग खोने न पायें.

Poem By – Somesh Khare


राजनीति पर बेहतरीन कविता | Political Poem in Hindi | Rajniti Par Kavita

सिखा सकता हैं हुनर हैवानो से बेहतर
जुल्म के राही, स्याहपोश नवाब होते हैं
जाम उठाते है हर जीत पर
बड़े बेदर्द शौकीने शबाब होते हैं

पड़े जरूर तो बहा लेते हैं मगरमच्छी आँसू
ये अभिनेता बड़े लाजबाब होते हैं
कुर्बान होते है जब, आर-पार के फ़ौजी
पूरे इनके राजनैतिक ख्व़ाब होते हैं

आँखे मूंदे चले जा रहा देश, पीछे जिनके
इरादे इनके बड़े ख़राब होते है
अमन छीन देश को देते हैं जंग
दहशतगर्दी के आसमां के महताब होते हैं

मासूमों के खून से रंगते दीवारें अपनी
बेईमानी की खुली किताब होते हैं
नजरों में बसती, बस सत्ता व कुर्सी
तरकश में संभाले खुनी दाँव होते हैं

गिरगिट की तरह, रंग बदलने के आदी
नजर आते हैं, जब-जब चुनाव होते हैं
बाँट के देश को करते है गठबंधन
बिन पैंदे के लोटे, ये जनाब होते हैं.

Poem By – Rajni Vijay Singla


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