गांधी के जीवन से हर इंसान को ये बातें सीखनी चाहिए

महात्मा गांधी वो नाम है जिसे बंदूक की कोई गोली नही मार सकती है. वो आज भी अरबों लोगो के हृदय में जिन्दा है. आज भी लोग उनके विचारों और सिद्धांतों से सीख लेकर अपने जीवन में महान चमत्कार करते है. बहुत से लोग जाने अनजाने में भी गांधी के सिद्धांतों पर चलते है. क्योंकि सत्य-अहिंसा का सिद्धांत प्रकृति का सिद्धांत है. क्या आप भी महात्मा गांधी के उन गुणों के बारें में जानना चाहते है जो आपको एक महान इंसान बना सकते है.

सत्य-अहिंसा का सिद्धांत | Principle of Truth and Non-violence

महात्मा गांधी “सत्य-अहिंसा” के सिद्धांत को मानते थे. हर इंसान को इसी सिद्धांत पर चलना चाहिए. सत्य बोलने से व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है. विचार सकारात्मक होते है और लोग आप पर विश्वास करते है. जीवन के हर रिश्तें में प्रेम होता है. अहिंसा आपको पाप करने से रोकता है. ऐसा माना जाता है कि “इंसान जो दुसरे को देता है वही कई गुना बढ़ कर उसके पास आता है.” अगर आप हिंसा के द्वारा किसी को कष्ट देते है तो वही कष्ट आपको को कई गुणा बढ़कर मिलता है.

आप अपने जीवन के ऐसे क्षणों को याद करियें जब आपने झूठ बोला हो. उस झूठ के लिए आपको शर्मिंदा होना पड़ा होगा, कष्ट उठाना पड़ा होगा या आर्थिक नुकसान सहना पड़ा होगा. सत्य आपको तत्काल लाभ नही देता है लेकिन इसका दीर्घकालिक लाभ सुखद होता है. अहिंसा आपको ख़ुशी देती है. हिंसा आपके अंदर डर पैदा करती है.

नेतृत्व का गुण | Leadership Qualities

महात्मा गांधी में नेतृत्व की अद्भुत शक्ति थी. वे अपने सिद्धांत और विचारों पर अडिग रहते थे. उन्हें उसका दूरगामी परिणाम पता होता था. गांधी जो कहते थे वो अपने जीवन में उतार लेते थे. वे इंसान को अपने कर्म के द्वारा अपने सिद्धांतों को सिखाते थे. जब कोई इंसान व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर जनता की भलाई के लिए कार्य करता है तो उसमें ईश्वरीय आशीर्वाद स्वरूप नेतृत्व का गुण प्रकट हो जाता है. आज भी कोई गांधी के आदर्श पर चले तो वह एक महान नेता, समाजसुधारक और क्रांतिकारी बन सकता है.

स्वयं में विश्वास | Faith in self

खुद पर हर इंसान विश्वास करता है. लेकिन जीवन के संघर्ष द्वारा प्राप्त अनुभव के बाद जो विश्वास स्वयं पर होता है वह गजब का होता है. उसे ना तो कोई तोड़ पाता है ना तो किसी मुसीबत के डर से वह टूटता है. स्वतंत्रता संग्राम में गांधी का हर आन्दोलन जन आन्दोलन बन जाता था. क्योंकि वो सत्य-अहिंसा के मार्ग पर चलकर हर लड़ाई जीतना चाहते थे. इसलिए हिंसा होने पर वो अपने आन्दोलन को वापस ले लेते थे. क्योंकि वो इस दुनिया को लड़ने के लिय एक ऐसा शस्त्र देना चाहते थे जिसमें किसी इंसान की जान न जाएँ. सत्य अहिंसा में उनका पूरा जीवन अटूट विश्वास रहा.

प्यार के साथ दुश्मनों पर विजय प्राप्त करना | Conquering The Enemies with Love

दक्षिणी अफ्रीका से भारत आने के बाद गाँधी ने देखा कि यहाँ लोग जाति, धर्म, प्रान्त, भाषा, संस्कृति और अन्य कई तरह बंटे हुए है. केवल कुछ बुद्धिजीवी ही एकता और क्रांति की बात करते थे. महात्मा गांधी सबको साथ लेकर चलना चाहते थे इसलिए उन्होंने प्रेम को अपना शस्त्र बनाकर सबके हृदय को जीत लिया.

कुछ ही सालों में महात्मा गांधी भारत की आवाज बन गए थे क्योंकि वे सत्य-अहिंसा के मार्ग पर लगते थे और अपने शत्रु को प्रेम से जीत लेते थे. समाज में शोषित वर्गों का उत्थान किया. गरीबों के लिए विदेशी हुकूमत से लड़ जाते थे. आजादी लेने से पहले माहत्मा गांधी गरीबों के अंदर आत्मविश्वास भरना चाहते थे ताकि फिर कोई फिरंगी आकर उन पर शासन न कर सके.

महात्मा गांधी शुरूआत में अंग्रेजों के द्वारा प्रताड़ित किये गये. देश में अलग विचारधारा के लोगो का विरोध भी सहना पड़ा. लेकिन गांधी जी अपने प्रेम की शक्ति से सबको जीत लिया. कुछ लोग गांधी के विचारधारा और सिद्धांत से सहमत नही थे लेकिन वे लोग भी गांधी का सम्मान करते थे. जो विदेशी हुकूमत उनका अपमान करती थी. वह भी उनके विचार और सिद्धांत से प्रभावित थी. क्योंकि वो जानते थे कि प्रेम में बड़ी शक्ति होती है.

चरित्र की शक्ति | Strength of Character

अगर आप महात्मा गांधी की जीवनी पढेंगे तो आप उनमें दया, क्षमा, धैर्य, सत्य, अहिंसा, आत्मविश्वास, दूसरों की मदत करना, निःस्वार्थ सेवा, राष्ट्रभक्ति आदि गुण उनके चरित्र की शक्ति को बढ़ाते थे. यह गुण किसी भी इंसान में आ जाएँ तो वह महान बन जाएगा.

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