एक सफल लीडर कैसे बने | Leadership Skills in Hindi

How to Become a Successful Leader in Hindi – एक लीडर (नेता) में कुछ ऐसे गुण होते हैं जो उसे दूसरों से भिन्न बनाते हैं और यहीं गुण उसे सफल भी बनाते हैं. वर्तमान समय में दुनिया के हर एक क्षेत्र में लीडर की आवश्यकता हैं. “पीछे चलने वाले बहुत है पर नेतृत्व करने वाले बहुत कम हैं.

हर व्यक्ति को प्रयास करना चाहिए कि वह एक बढ़िया लीडर बने. इससे उसके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास होगा. यह जीवन का सत्य है कि जिसका जन्म हुआ है वह मृत्यु को भी प्राप्त होगा. पर इस जन्म और मृत्यु के बीच कुछ ऐसा कर दे कि आने वाली पीढ़िया आप से प्रेरणा ले. “लीडर कभी हारता नहीं है, वो या तो सीखता है या तो जीतता हैं.

Leader क्या है और Leadership Skills को कैसे बढायें? आइयें इसके बारें में बात करते हैं.

लीडर क्या है? | What is Leader?

लीडर एक ऐसा व्यक्ति होता हैं जो अपने कार्यों को इस प्रकार से करता है कि दुसरे भी उसका अनुकरण करते है और समाज को एक लीडर के कार्यों से लाभ मिलता हैं.

यदि आपने “रामायण” पढ़ा होगा तो रामायण में “श्रीराम” का कार्य और चरित्र एक महान लीडर का हैं, जो जंगल में रहकर, अभावों के बावजूद दूसरों की मदत की, अपनी मर्यादा में रह कर कठिन से कठिन कार्य को भी मुस्कुरा कर बड़ी आसानी से किया.

लीडर के बेहतरीन गुण | Tips for Leadership Skills in Hindi

बचपन से ही एक व्यक्ति के अंदर लीडर के गुणों का विकास होना प्रारम्भ हो जाता हैं. जैसे एक बच्चा बच्चों को एकत्रित करके कोई खेल खेलता हैं. यह एक लीडर का ही गुण हैं. उस खेल को ईमानदारी से खेलना, मिल जुलकर खेलना और सबको खिलाना आदि.

1- अध्यात्मिक विचार | Spiritual Thoughts

यदि किसी व्यक्ति की धर्म के प्रति सच्ची आस्था है तो वह व्यक्ति ईमानदार (Honest) होगा. जो ईमानदार होता हैं उसके अंदर आत्मविश्वास कूट-कूट कर भरा होता हैं और जिसके अंदर आत्म विश्वास होता हैं वह किसी कार्य को करने से और कठिनाईयों से डरता नहीं हैं. जो डरता नहीं है वहीं अपने जीवन में सफल होता हैं.

जब कोई व्यक्ति बड़ा लक्ष्य बनाता है तो उसके रास्ते में कठिनाई भी बड़ी होती हैं इसलिए व्यक्ति के अंदर अध्यात्मिक विचार उसे प्रोत्साहन और साहस प्रदान करते हैं.

नोट – ऐसा व्यक्ति जो एक लीडर या नेता बनने की चाह रखता है उसे रामायण और गीता जैसे अध्यात्मिक ग्रन्थों को जरूर पढ़ना चाहिए.

2- स्व-प्रेरणा | Self Motivation

वही व्यक्ति स्वयं को प्रेरित (Motivate) कर सकता जिसकी सोच सकारात्मक हो, क्योंकि सकारात्मक व्यक्ति कठिनाई आने पर उसका हल सोचता हैं. यदि समस्या का हल नहीं मिला तो दुसरे अन्य मार्गों या विचारों से उसका हल ढूढ़ता है पर वो अपना लक्ष्य नहीं बदलता हैं.

जो व्यक्ति स्वयं को अपने लक्ष्य के प्रति प्रेरित कर सकता है वो दूसरों को किसी कार्य के लिए प्रेरित और उत्साहित कर सकता हैं. अक्सर व्यक्ति दूसरों से ही प्रेरणा लेता है लेकिन जिस दिन वह स्वयं से प्रेरणा ले लेता हैं फिर उसे किसी और प्रेरणा की जरूरत नहीं पड़ती हैं.

3- व्यवहार | Communication

व्यवहार या कम्युनिकेशन का मतलब यह नहीं है कि आपको बहुत अच्छी अंग्रेजी आनी चाहिए या कोई अन्य विदेशी भाषा. “एक लीडर का व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि वह कड़वा सच भी इस प्रकार से बोले कि सामने वाले का दिल न दुखें.

एक लीडर का व्यवहार या बात करने का तरीका ऐसा होना चाहिए कि जो व्यक्ति उसे सुन रहा हो वह खुद को छोटा या बेकार न महसूस करें. वह खुद को प्रेरित और सम्मानित महसूस करें. एक लीडर की बातों में अहंकार और अभिमान नहीं होना चाहिए.

4- कार्य के प्रति समर्पण | Dedication to work

एक अच्छा और सच्चा लीडर हमेशा प्रसन्नचित रहता हैं क्योंकि वह अपने कार्य को बड़ी निष्ठा और समर्पण के साथ करता हैं. कार्य के प्रति निष्ठा और समपर्ण ही उसे सफलता की उस ऊँचाई पर पहुँचाती है जिसे दुसरे व्यक्ति सोच भी नहीं पाते हैं.

हर व्यक्ति को छोटा कार्य हो या बड़ा उसे पूरी ईमानदारी और दिल लगाकर करना चाहिए क्योंकि इसी से ख़ुशी और सफलता दोनों मिलती हैं.

5- रचनात्मक कार्य करना | Creative work

किसी कार्य को रचनात्मक तरीके से या नये तरीके से करने की क्षमता केवल एक लीडर में ही होती हैं, क्योंकि रचनात्मक कार्यों के लिए आपको अधिक और अथक परिश्रम करना पड़ता हैं. एक लीडर के कार्य दूसरों के लिए प्रेरणा होता है. लोग उनका अनुसरण करते हैं.

एक लीडर रचनात्मक कार्य या नये कार्य को इसलिए करता हैं क्योंकि उसे इसे करने में सबसे अधिक ख़ुशी मिलती हैं. वह परिणाम के बारें में बिना सोचे ही करता रहता हैं. इसलिए लीडर ही इतिहास बनाते हैं.

6- जिम्मेदारी लेना | Take Responsibility

एक लीडर (नेता) कार्य (लक्ष्य) को पूरा करने की जिम्मेदारी लेता हैं और जो भी कठिनाई आती है उसका सामना करने का साहस रखता हैं. “ज़िम्मेदारी व्यक्ति को हमेशा चौकन्ना रखता हैं.

कार्य पूरा न होने पर एक लीडर उसकी ज़िम्मेदारी स्वयं लेता है न कि अपनी टीम या दूसरों पर डाल देता हैं. कार्य की हर मुसीबत, एक लीडर को अनुभव और सीख प्रदान करती हैं और वह उतना ही ताकतवर और मजबूत बनता चला जाता हैं. यदि एक अच्छा लीडर अपने जिम्मेदारियों को अपने टीम को देता है तो वह उनकी समय-समय पर समीक्षा और परिक्षण भी करता रहता हैं.

हर व्यक्ति को जिम्मेदारी लेनी चाहिए. आप अपने बच्चों को छोटे-छोटे जिम्मेदारियां देकर उनके अंदर एक लीडर का निर्माण कर सकते हैं. जैसे सुबह उठने की जिम्मेदारी, स्कूल के लिए तैयार होने की जिम्मेदारी आदि.

7- समय का सदुपयोग | Good Use of Time

समय बड़ा ही मूल्यवान होता हैं जो समय एक बार चला जाता है वह दुबारा नहीं आता हैं. इस बात को एक लीडर अच्छी तरह से समझता हैं इसलिए वह समय का सदुपयोग करता हैं. एक लीडर को पता होता हैं कि उसे पूरे दिन में क्या-क्या कार्य करने हैं. उसे कब सोना है और कब उठना है और कितने घंटे कार्य करने हैं.

8- अनुयायियों को प्रेरति करना | Motivate Your Followers

एक लीडर को अपने साथ या अपने पीछे चलने वाले या टीम के व्यक्तियों को समय-समय पर प्रेरित और उत्साहित करते रहना चहिये. उनसे बात करते रहना चाहिए और उनकी समस्याओं को सुनकर, उनका हल देना चाहिये, क्योंकि एक लीडर की असली ताकत उसके पीछे चलने वाले अनुयायी या उसकी टीम ही होती हैं.

9- कुछ नया करना | Try New Things

एक लीडर कुछ नया करने की सोचता हैं या पुराने कार्य को ही नये तरीके से करने की सोचता हैं जिससे कार्य आसानी से हो जाएँ, कम पैसे और कम समय में हो जाएँ. अधिकांश लोग नया करने या नया सोचने से डरते हैं या घबराते हैं क्योंकि बदलाव के अनुरूप खुद को बदल नहीं पाते हैं.

10- धैर्य | Patience

लीडर के अंदर धैर्य का गुण होना अतिआवश्यक हैं, बिना धैर्य के कोई व्यक्ति कभी भी लीडर नहीं बन सकता हैं. जब सभी लोग हार मान लेते हैं तब भी एक लीडर सफलता के सुनहरे अवसरों के बारें में ही सोचता रहता हैं. “धैर्य आत्मविश्वास को बढ़ाता हैं और आत्मविश्वास लक्ष्य के प्रति आगे बढ़ने में प्रेरणा देता हैं.

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