Diwali Poem in Hindi | Diwali Kavita | दिवाली कविता

Diwali Poem in Hindi | Diwali Kavita | दिवाली पर कविता – दिवाली हर दिल को प्यार और ख़ुशी से भर देता है. ज्ञान रुपी दीये से अज्ञानता रुपी अन्धकार दूर हो. घर धन-धान्य और सम्पत्ति से भरा रहे. इसी शुभकामनाओं के साथ आप इस आर्टिकल में दी गई बेहतरीन कवितायें जरूर पढ़े और शेयर करें.

Diwali Poem in Hindi | दिवाली कविता – अटलजी की हैं

उस रोज दिवाली होती है…” यह कविता माहन कवि और राजनेता स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी जी द्वारा लिखी हुई है. अगर आप इस कविता को पढेंगे तो आपको इसमें जीवन का दर्शन नजर आएगा. इसको जितनी बार पढ़ा जाएँ. इसके भाव उतने हे स्पष्ट हो जाते है. दीये वाली दिवाली को छोड़कर एक व्यक्ति के जीवन में कब-कब दिवाली आता है. वो इस पोस्ट में दिया गया है.

दिवाली कविता
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जब मन में हो मौज बहारों की
चमकाएँ चमक सितारों की,
जब ख़ुशियों के शुभ घेरे हों
तन्हाई में भी मेले हों,
आनंद की आभा होती है
*उस रोज़ ‘दिवाली’ होती है ।

जब प्रेम के दीपक जलते हों
सपने जब सच में बदलते हों,
मन में हो मधुरता भावों की
जब लहके फ़सलें चावों की,
उत्साह की आभा होती है
*उस रोज़ दिवाली होती है ।

जब प्रेम से मीत बुलाते हों
दुश्मन भी गले लगाते हों,
जब कहींं किसी से वैर न हो
सब अपने हों, कोई ग़ैर न हो,
अपनत्व की आभा होती है
*उस रोज़ दिवाली होती है ।

जब तन-मन-जीवन सज जाएं
सद्-भाव के बाजे बज जाएं,
महकाए ख़ुशबू ख़ुशियों की
मुस्काएं चंदनिया सुधियों की,
तृप्ति की आभा होती है
*उस रोज़ ‘दिवाली’ होती है ।


दिवाली पर्व है – Diwali Kavita in Hindi

दिवाली पर्व है पुरूषार्थ का,
दीप के दिव्यार्थ का,
देहरी पर दीप एक जलता रहे,
अंधकार से युद्ध यह चलता रहे,
हारेगी हर बार अंधियारे की घोर-कालिमा,
जीतेगी जगमग उजियारे की स्वर्ण-लालिमा,
दीप ही ज्योति का प्रथम तीर्थ हैं,
कायम रहे इसका अर्थ, वरना व्यर्थ हैं,
आशीषों की मधुर छाँव इसे दे दीजीये,
प्रार्थना-शुभकामना हमारी ले लीजिए,
झिलमिल रौशनी में निवेदित अविरल शुभकामना,
आस्था के आलोक में आदरयुक्त मंगल भावना !!!


जगमग – जगमग | Diwali Poem in Hindi

जगमग – जगमग दीप जलें,
रोशन घर का हो हर कोना,
प्रकाश के जैसे उज्ज्वल तन हो,
जन – जन स्वजन और निर्मल मन हो,
रौशनी का आगाज जहाँ हो,
तुम वहाँ हो, हम वहाँ हो,
दूर तम के अन्धकार हों,
मीठे स्वर हो मीठी ताल हो,
शुभकामनाएं हैं यही हमारी,
सतरंगी हर दिवाली हों.


Poem on Diwali in Hindi

दिवाली के त्यौहार में घर की साफ़-सफाई के साथ मन की भी साफ़-सफाई करना जरूरी है. किसी भी धर्म का कोई भी त्यौहार हो इन्सान के जीवन में मिठास और प्रेम को घोल देता है. ये त्यौहार हमें बहुत कुछ सिखाते है. जिस प्रकार दिवाली में घर आने वाले मिठाई मुँह में मिठास घोलती है. उसी प्रकार हम जहाँ भी रहे वही मिठास घोले. दिवाली का दीया जिस प्रकार गरीब और अमीर के घर प्रकाश बिखेरता है उसी प्रकार हम भी हर किसी के जीवन को सही दिशा और सही आयाम दें.

दीये से सजा है संसार,
देखो आया दिवाली का त्यौहार,
घर-आँगन स्वर्ग-सा लगता है,
मुस्कुराते चेहरों पर हर कपड़ा फबता है.

दिवाली जीवन में मिठास लाती है,
शहर कमाने वालों को गाँव लाती है,
परिवार को परिवार से मिलवाती है,
दिवाली हर चेहरे पर मुस्कान लाती है.

हृदय में बसी सारी नफ़रत को जलायेंगे,
दुश्मन को भी प्यार का पाठ पढ़ायेंगे,
जीवन के सब शिकवे दूर भगायेंगे,
दिवाली में घर को दीये से सजायेंगे

घर का अन्धकार दीये जलाकर दूर करेंगे,
जीवन का अन्धकार शिक्षा पाकर दूर करेंगे,
हम तो हर समस्या का हल बन जायेंगे,
ख़ुशी से जीवन बीते इसलिए खूब परिश्रम करेंगे,


Diwali Poetry in Hindi

जगमग-जगमग दीप जलें
रोशन घर का हो हर कोना
प्रकाश के जैसे उज्ज्वल तन हो
जन-जन स्वजन और निर्मल मन हो
रौशनी का आगाज जहाँ हो
तुम वहाँ हो हम वहाँ हो
दूर तम के अन्धकार ह
मीठे सुर हो मीठी ताल हो
शुभकामनाएं यही है हमारी
सतरंगी हर दिवाली हो.


दिवाली पर कविता

दिवाली को कैसे मनाया जाना चाहिए और उससे जीवन में क्या बदलाव आने चाहिए वो सारी चीजें इस कविता में दी गई है. ज्ञान और परिश्रम इंसान के जीवन को खुशहाल बनाता है. जीवन के सारे अंधकार को ज्ञान दूर कर देता है. दीये कितने भी जला लो लेकिन अज्ञानता का अन्धकार केवल शिक्षा से ही मिटाया जा सकता है.

Diwali Poetry in Hindi
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दिवाली पर ऐसा दीपक जलाया जाएँ,
अज्ञानता का अन्धकार मिटाया जाएँ,
सबके जीवन में खुशियाँ लाया जाएँ,
हर हृदय से नफरत को मिटाया जाएँ.

दिवाली पर ऐसी मिठाई खिलाई जाएँ,
हर किसी के जीवन में मिठास बढ़ाई जाएँ,
किसी के शब्द किसी को चुभे ना
इस दिवाली कुछ ऐसी रीत बनाई जाएँ.

दिवाली पर ऐसे पटाखे फोड़े जाएँ,
नफरतों की ऊँची दीवारों को तोड़े जाएँ,
थोड़ा बड़ा सोचकर दिल को साफ़ किया जाएँ,
कोई गलती कर दे तो उसे माफ़ किया जाएँ.

दिवाली पर हृदय की ऐसी सफाई हो,
ज्ञान प्राप्त करने के लिए पढ़ाई हो,
मिट जायें अगर किसी मन में बुराई हो,
फिर हम कहेंगे दिवाली आ गई बधाई हो.


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