What is meaning and definition of Character in Hindi – व्यक्ति के जीवन में ‘चरित्र’ का बड़ा महत्व होता हैं. लक्ष्य या सफ़लता को प्राप्त करने में इनका महत्वपूर्ण योगदान होता हैं. सर्वप्रथम चरित्र के महत्व को एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं – जब राम और रावण की लड़ाई हुई तो रावण क्यों हारा? राम से ज्यादा शक्तिशाली था, बुद्धिमान था, बड़ी सेना थी, अपनी जमीन पर लड़ रहा था फिर क्यों हारा? क्योंकि राम चरित्रवान थे और रावण नहीं था.
चरित्र का अर्थ और परिभाषा | Character Definition in Hindi
कुछ मनोंवैज्ञानिकों ने चरित्र को व्यक्तित्व ( Personality ), नैतिकता ( Morality ), या स्वभाव ( Temperament ) या इन सबका पूर्ण योग माना हैं. चरित्र के अर्थ और परिभाषा को हम नीचें दिए परिभाषाओं से आसानी से समझ जायेंगे.
डमविल के अनुसार – “चरित्र उन सब प्रवृतियों का योग है, जो एक व्यक्ति में होती हैं. ( Character is the sum of all the tendencies which an individual possesses. )”
कारमाइकेल के अनुसार – “चरित्र एक गतिशील धारणा है. यह व्यक्ति के दृष्टिकोणों और व्यवहार की विधियों का पूर्ण योग हैं. ( Character is a dynamic prosess. It is the sum total of the attitudes and overt way of behaving of the individual. )”
अच्छे चरित्र के लक्ष्ण | Traits of Good Character
#1- आत्म-नियंत्रण ( Self Control ) – अच्छे चरित्र के व्यक्ति में आत्म-नियंत्रण का गुण होता हैं. उसे अपने विचारों, व्यवहारों, इच्छाओं, भावनाओं आदि पर अधिकार होता हैं. वह कठोर परिस्थितियों में भी विचलित नहीं होता हैं.
#2 – विश्वनीयता ( Reliability ) – अच्छे चरित्र के व्यक्ति में विश्वनीयता का गुण होता हैं और प्रत्येक परिस्थिति में उसका विश्वास किया जा सकता है. इसका कारण यह है कि वह सदैव किसी आदर्श या सिद्धांत के अनुसार कार्य करता हैं. वह किसी सनक या क्षणिक विचार के कारण उससे विचलित नहीं होता है. इसके अतिरिक्त वह एक-सी परिस्तिथियों में एक-सा ही व्यवहार करता हैं. उसके व्यवहार को देखकर उसके परिणाम की भविष्यवाणी की जा सकती हैं.
#3 – कार्य में दृढ़ता ( Persistence in Action ) – अच्छे चरित्र के व्यक्ति का एक विशेष गुण है – कार्य में दृढ़ता. वह जिस कार्य को आरम्भ करता हैं, उसे समाप्त अवश्य करता हैं. वह न तो उसे कभी अधूरा छोड़ता है और न स्थगित करता हैं.
#4 – कर्मनिष्ठा ( Devotion ) – अच्छे चरित्र के व्यक्ति में कर्मनिष्ठा का गुण होता हैं. वह प्रत्येक कार्य को पूर्ण परिश्रम से करता हैं. कार्य भले ही नीरस हो, पर वह उसे करने में किसी प्रकार की शिथिलता व्यक्त नहीं करता हैं.
#5 – अन्तःकरण की शुद्धता ( Conscientiousness ) – अच्छे चरित्र के व्यक्ति का एक मुख्य गुण है – अन्तःकरण की शुद्धता. उसके कर्म, वचन और व्यवहार में छल की छाया भी नहीं होती हैं.
#6 – उत्तरदायित्व की भावना ( Feeling of Responsibility ) – अच्छे चरित्र के व्यक्ति में उत्तरदायित्व की भावना होती है. वह महान कष्ट झेलकर भी अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह करता हैं.
चरित्र के ये गुण और लक्ष्ण होते हैं वो अपने जीवन के लक्ष्य में सफलता बड़ी आसानी से प्राप्त करते हैं. ऐसे लोग अपनी मानसिक शक्तियों का भी अधिकत्तम प्रयोग करते हैं.
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