Atal Bihari Vajpayee Shayari Status Quotes in Hindi – इस आर्टिकल में अटल बिहारी वाजपेयी स्टेटस कोट्स शायरी आदि दिए हुए है. इन्हे जरूर पढ़े. इसमें से कुछ लाइन्स और शायरी श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी की रचनाओं से लिए हुए है.
अटल बिहारी बाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 में हुआ. इनके पिता का नाम पण्डित कृष्ण बिहारी वाजपेयी था और इनकी माता जी का नाम कृष्णा वाजपेयी था. अटल जी भारत के 3 बार प्रधानमन्त्री रहकर अपनी राजनीतिक हुनर से देश की सेवा की. अटल बिहारी बाजपेयी की पुण्यतिथि 16 August को मनाई जाती है. अटल जी का स्वर्गवास 16 August, 2018 को हुआ.
Atal Bihari Vajpayee Shayari in Hindi
राजनीति के कीचड़ में भी बेदाग रहकर सफल हो जाना,
कहाँ किसी के लिए है मुमकिन, दूसरा अटल हो जाना.
भारत की राजनीती का जो शान था,
हिन्दू होने का जिनको गुमान था,
अजातशत्रु की तरह उनका पहचान था,
अटल बिहारी बाजपेयी इनका नाम था.
क्यूँ व्यर्थ चिंतित हो, मैं यहीं था यहीं हूँ और यहीं रहूँगा,
मैं अटल हूँ, मैं सत्य हूँ मैं सबके दिलों में रहूँगा.
अटल सत्य पर अड़े रहे
नेकी करना जिनका काम था
वो भारत के सच्चे सेवक थे
उनका अटलविहारी नाम था ।।
वेद प्रकाश वेदांत
Atal Bihari Vajpayee Status in Hindi
ऐसे वीर सपूत को कैसे उत्सव के दिन ला सकती हूँ मैं,
मैं मृत्यु हूँ तो क्या हुआ, वीरों के लिए इन्तजार कर सकती हूँ मैं.
और कोई होता तो लड़ भी लेते,
क्या करें मृत्यु भी तो अटल हैं.
बड़ी रौनक होगी आज भगवान् के दरबार में,
एक फ़रिश्ता पहुँचा है जमीन से आसमान में.
Atal Bihari Vajpayee Quotes in Hindi
भारत के अंगरक्षक थे
अटलविहारी आप
महज़ आपकी वाणी सुन
दुश्मन जाते थे कांप
कोशिश किये पर टिक न पाए
सम्मुख जहरीले सांप
गद्दारों को करते देखा है
कोने में जाकर विलाप ।।
वेद प्रकाश वेदान्त
जीत और हार जीवन का
एक मुख्य हिस्सा है,
इन दोनों को समानता
के साथ देखना चाहिए।
अटल बिहारी बाजपेयी जी के हृदय में
देश और देशभक्ति का स्थान सबसे
ऊपर था. जबकि आज के नेता देश के
बारे में काम सबसे ज्यादा खुद के
बारें में और पार्टी के बारें में सोचते है.
अटल बिहारी वाजपेयी शायरी
पाकर तुझको मृत्यु रोई, खोकर तुझको जीवन रोया,
खुलकर रोये संगी साथी, चुप छुपकर हर दुश्मन रोया.
शब्द नहीं कुछ कहने को
बस दुख ही है अब सहने को
न जाने किस देश अटल जी
चले गए हो रहने को ।।
वेद प्रकाश वेदांत
शासन सत्ता को ललकार दे जो
उस अटल के जैसा जोश नहीं
स्वार्थ का मदिरा मस्त हैं पीकर
किसी नेता को अब होश नहीं।
वेद प्रकाश वेदांत
अटल बिहारी वाजपेयी स्टेटस
जिन्दा थे आप जिन्दा ही रहेंगे,
अटल थे आप अटल ही रहेंगे.
जिसने आजादी के उत्सव की अलग अलख जगाई थी,
राष्ट्र को अपने अरूणिमा की नई झलक दिखलाई थी.
आज स्वर्ग में भी फूलों के रास्तें बने होंगे,
देवता भी कतार में खड़े होंगे.
2 line Shayari on Atal Bihari Vajpayee
राजनीति के दलदल में भी कायम जिसका ईमान रहा,
वो व्यक्तित्व अटल है जिनका सच्चा स्वाभिमान रहा.
छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता,
टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता.
माना सच है कि मृत्यु अटल है,
पर यह भी सच है कि मृत्यु के सामने भी अटल है.
मौसम भी बहुत रोया हैं,
मेरे देश ने अटल खोया हैं.
Atal Bihari Shayari
सर्वस्व अपना त्याग दिया
जीवन देश के नाम किया
हर कोई जिस पर नाज करें
भारत को वो नया मुकाम दिया.
जीवन के पार्श्व में नहीं कोई कल है,
मृत्यु के भी समक्ष कहाँ कोई कल हैं,
और दोनों के मध्य जो लड़ा अंत तक,
वहीं तो अटल है, वहीं तो ‘अटल’ हैं.
मौत की उम्र क्या है? दो पल भी नहीं,
जिन्दगी सिलसिला, आज कल का नहीं,
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूँ,
लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूँ?
Atal Bihari Status
अटल जैसे लोग मरा नहीं करते हैं,
ऐसे लोग तो करोंड़ो दिलों में जिन्दा रहते हैं.
बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रूत जो बदल गई,
इक शख्स सारे शहर को वीरान कर गया.
Atal Bihari Shayari in Hindi
मौत खड़ी थी सिर पर
इसी इन्तजार में थी,
ना झुकेगा ध्वज मेरा
15 अगस्त के मौके पर,
तू ठहर इन्तजार कर
लहराने दे बुलंद इसे
मैं एक दिन और लडूंगा
मौत तेरे से
मंजूर नहीं है कभी मुझे
झुके तिरंगा स्वतन्त्रता के मौके पर.
ठन गई
मौत से ठन गई
जूझने का मेरा इरादा न था
मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था
रास्ता रोक वह खड़ी हो गई
यों लगा जिन्दगी से बड़ी हो गई.
अटल बिहारी शायरी
स्वदेश प्रेम की अलख हममें जगाने वाले आप थे
दुखी राजनीति के घाव को सहलाने वाले आप थे
हस्ती मिटती जा रही थी शिक्षा और साहित्य की
कविता का दर्द निज वाणी से मिटाने वाले आप थे ।।
वेद प्रकाश वेदांत
ग़र पानी हो तो गंगाजल के जैसा
सूरज उगे तो आजकल के जैसा
आज हो कल हो कोई भी पल हो
पर नेता हो तो अटल के जैसा ।।
वेद प्रकाश वेदांत
अटल के जैसा नेता लाओ
बिगड़े देश का मूड बनाओ
स्वार्थ परक गद्दारों से कह दो
जाकर तुम अपनी भैंस चराओ ।।
वेद प्रकाश वेदांत
अटल बिहारी बाजपेयी पर अनमोल विचार
तीन दफ़ा माली बनकर
जम मन को आपने सींचा है
आपके रहते दुश्मन हमको
कभी दिखा न पाया नीचा है
अटल सत्य पर अड़ने वाली
अति पावन आपकी वानी थी
झूठ फरेब से आपका नाता न था
स्वार्थ की चलती नहीं मनमानी थी ।।
वेद प्रकाश वेदांत
भारत के हो रत्न आप
सदा रहोगे अमर यहाँ
जन मन को आहत करके
बोलो गुम हुए आप कहाँ ।।
वेद प्रकाश वेदांत
अटल शायरी
आजीवन अविवाहित रहकर
ये भीष्म पितामह कहलाये
धर्म कर्म निष्ठा से अपने
दुश्मन का दिल दहलाये
कवि नेता पत्रकार और
वाणी के अति सुंदर थे
मन में हरियाली लाने वाले
धरती के आप पुरन्दर थे ।।
वेद प्रकाश वेदांत
अटल बिहारी बाजपेयी शायरी इन हिंदी
धूमिल होते देश का नाम
विदेशों में चमकाया था
मानों भारत की राजनीति में
कोई नया फरिश्ता आया था
संघर्ष झुका जिसके सम्मुख
किस्मत भी लाचार दिखी
महज कर्म से सागर में बलखाती
अटल विहारी की पतवार दिखी ।।
वेद प्रकाश वेदांत
अटल के जैसा किसी में होश नहीं
बोस के जैसा किसी में जोश नहीं
दुश्मन की छाती जो चढ़ ललकारे
उस आज़ाद सा किसी में रोश नहीं ।।
वेद प्रकाश वेदांत
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