रुसवाई शायरी | Ruswai Shayari

Ruswai Shayari Status Quotes in Hindi – इस पोस्ट में बेहतरीन रूसवाई शायरी दिए हुए है क्या आप जानते हैं कि रूसवाई का मतलब क्या होता हैं. इसका मतलब होता है बेइज्जती करना, दिल दुखाना, बेआबरू आदि.

इस पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा इक तरफा इश्क़ होता है. जिसकी वजह से लोगों के दिल भी टूटते है और रूसवाई भी मिलती है. कई बार इश्क करने वालों का दुश्मन ये जमाना हो जाता है तब भी उन्हें रूसवाई का ही सामना करना पड़ता हैं.

इस आर्टिकल में बेहतरीन रुसवा शायरी, रूसवाई शायरी, Ruswai Shayari, Ruswa Shayari, Ruswai Quotes in Hindi, Ruswai Status, Ruswa Status आदि दिए हुए हैं. इन्हें जरूर पढ़े.

रुसवाई शायरी | Ruswai Shayari

किसी को मोहब्बत में अगर तुम यूँ रुसवा करोगे,
लोग मोहब्बत करना छोड़ देंगे, फिर क्या करोगे.


इश्क़ की रूसवाई से मैं क्या पाऊँगी,
मुहब्बत की मैं भी गुनहगार हो जाऊँगी.
Ruswai Shayari


हमारे इश्क़ में रुसवा हुए तुम,
मगर हम तो तमाशा हो गये है.
अतहर नफ़ीस


क्या मिला तुम को मेरे इश्क़ का चर्चा कर के,
तुम भी रुसवा हुए आख़िर मुझे भी रुसवा कर के.
Ruswai Shayari


रुसवाई शायरी

मैं उस का हूँ वो इस एहसास से इन्कार करता है,
भरी महफ़िल में भी रुसवा मुझे हर बार करता है,
यकीं है सारी दुनिया को, खफ़ा है मुझ से वो लेकिन
मुझे मालूम है फिर भी मुझी से प्यार करता है.


इश्क़ को रुसवा होने दो,
सब रिश्तें टूट गये अब सोने दो.
रूसवाई शायरी


जब जब हम निकले हौसला करके,
किस्मत ने लौटा दिय रुसवा करके.


बिना मैखाने का रूख किया ही मदहोश हुए है,
रुसवा ना हो चाँद ये सोचकर खामोश हुए है.
Ruswai Shayari


कैसे कह दूँ कि मुझे छोड़ दिया है उसने,
बात तो सच है मगर बात है रूसवाई की.


रुसवा शायरी

मुझे रुसवा करेगा वो और मैं कुछ न बोलूँगा,
ये एतबार है उस का जिसे मैं भी न तोडूंगा…


हर ख्वाहिश को इस कदर मत तोड़ो,
भले रुसवा रहो मुझसे पर साथ न छोड़ो.
Ruswa Shayari


मेरे इश्क़ को कुछ यूँ रुसवा कर जा,
बस एक खूबसूरत जख्म अता कर जा.
रुसवा शायरी


तेरी चाहत में रुसवा यूँ सरे बाजार हो गये,
हमने ही दिल खोया और हम ही गुनहगार हो गये.
Ruswa Shayari


क्या फायदा तेरे इस हुस्न का ऐ हसीना,
जब चाहने वालों को ही तू ने रुसवा कर दिया.
रुसवा शायरी


Ruswa Shayari

जमाने भर की रूसवाईयां और बेचैन रातें,
इस दिल को चैन मिले जब तू करे मुझसे बातें.


तू मिल जाये तो जमाने से रुसवा होने का डर,
और तू ना मिले तो दिल से रुसवा होने का डर.
Ruswa Shayari


तुमको शोहरत हो मुबारक हमदम हमे रुसवा न करो,
तुम भी बिक जाओ एक रोज ऐसा कोई सौदा न करो.


जाते जाते यूँ किसी को फना नहीं किया करते,
रूखसती तो ठीक है मगर रुसवा नहीं किया करते.


राहों ने चलते चलते नजारे नये ऐसे दिखाए,
मंजिल कही रुसवा हुई, सबक कहीं नये सिखाए.
Ruswa Shayari


Ruswai Shayari

ना कर दिल बेसब्र, ना रुसवा कर मुझे,
जुर्म बता, सजा सुना और किस्सा खत्म कर.
Ruswai Shayari


इतना रुसवा किए जिन्दगी ने
कि जख्मों से दुश्मनी न रही,
फ़क़त सिर तो झुका लिया
आदतन सजदे में पर बंदगी न रही.
रुसवाई शायरी


रुसवा होती मुस्कानों का दौर है,
आहें भरते अरमानों का दौर है,
कानों में बस सन्नाटा है गूँजता
गूँगे बहरे इंसानों का दौर है.
Ruswai Shayari


माना बार-बार रुसवा हो मैं नखरे दिखाती हूँ,
मगर सच मान तेरे रूठने की आहट से भी डर जाती हूँ.
रुसवाई शायरी


यूँ ना रुसवा होकर,
इस दुनिया से हम जायेंगे,
आखिरी पल तक
जिन्दगी के सफर को हसीन बनायेंगे.
Ruswai Shayari


Ruswai Shayari in Hindi Urdu

कुछ इस तरह से रुसवा कर दिया उसने मुझे,
कि साँस भी न रुकी और मौत भी आ गई.


मेरी चाहत का सरेआम तो चर्चा न करो,
कम तो पहले भी नहीं था और तो रुसवा न करो.
रूसवाई शायरी


जो दिल के हो करीब उसे रुसवा नहीं करते,
यूँ अपनी दोस्ती का तमाशा नहीं करते,
ख़ामोश रहोगे तो घुटन और बढ़ेगी
अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते.


आहें दिल की आरजू है, आँसू ही तमन्ना है,
इश्क़ ही गुनाह मेरे फिर दर्द तो सहना है.
रुसवाई शायरी


दुनिया में तेरे इश्क़ का चर्चा ना करेंगे,
मर जायेंगे लेकिन तुझे रुसवा ना करेंगे,
गुस्ताख़ निगाहों से अगर तुमको गिला है
हम दूर से भी अब तुम्हे देखा ना करेंगे.
रूसवाई शायरी


Ruswa Shayari in Urdu

गिला करूँ, शिकवा करूँ या रुसवा करूँ,
तुम गैर लग रहे हो बताओ मैं अब क्या करूँ.
रुसवाई शायरी


आज मैंने खुद से एक वादा किया है,
माफ़ी मागूँगा तुझसे तुझे रुसवा किया है,
हर मोड़ पर रहूँगा मैं तेरे साथ साथ
अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है.
Ruswa Shayari


काश हमारी भी परवाह किसी ने की होती,
तो ये दुनिया हमसे रुसवा ना होती
अगर आता आप जैसा मुस्कुराना हमें
तो हमसे भी किसी ने मोहब्बत की होती.
रुसवाई शायरी


उसकी बेवफ़ाई ने हमे रुसवा कर दिया,
जिसके लिए जीता था उसने ही मार दिया.


हम कुछ यूँ तेरी महफ़िल में रुसवा हो गये,
तुम जितनी बार भी मुस्कुराई
हम तुम पर हर बार फ़िदा हो गये.
Ruswa Shayari


चुप रहते है कि कोई खता न हो जाए,
हमसे कोई रुसवा न हो जाए,
बड़ी मुश्किल से कोई अपना बना है,
मिलने से पहले ही कोई जुदा न हो जाए.


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