जीवन पर सुविचार | Golden Thoughts of Life in Hindi

Motivational Golden Thoughts of Life in Hindi – जीवन में मुसीबतें और कठिनाईयाँ इसलिए आती है ताकि हम अपने हुनर को बेहतर तरीके से दिखा सके. ये जीवन की कठिनाईयां ही एहसास करवाती है कि जिन्दा है और खुश हैं. इस पोस्ट में जीवन पर सुविचार दिए हुए हैं. इन्हें जरूर पढ़े.

गोल्डन थॉट्स ऑफ़ लाइफ इन हिंदी | Golden Thoughts of Life in Hindi

इस दुनिया में वहीं व्यक्ति सबसे ज्यादा सुखी और समृद्धि है जो ईमानदार है और परिश्रम करने के लिए तैयार रहता हैं, क्योंकि जीवन में सबसे ज्यादा सुख वहीं चीजें देती हैं जो परिश्रम से प्राप्त होती हैं.

जब कुछ करने की चाह जगती है तो व्यक्ति पहाड़ों में भी रास्ता बना लेता हैं, परन्तु जब कुछ करने की चाह नहीं होती हैं तो साफ़ रास्तों में भी पहाड़ नजर आने लगता हैं.

जीवन में हमेशा परिस्थितियां आपके मुताबिक़ नहीं होंगी इसलिए परस्थितियों के मुताबिक़ अपनी सोच को और स्वयं को बदलने का प्रयास करें.

जीवन में अपनी काबिलियत इतना बढ़ा लो कि दुश्मन भी दोस्त बनने की चाहत रखने लगे.

जब मनुष्य स्वयं से लड़कर अपने अंदर की बुराइयों को नष्ट कर देता हैं और फिर लक्ष्य के लिए कदम आगे बढ़ाता है तो उसको सफलता निश्चित ही मिलती हैं.

इस बात का कोई महत्व नहीं कि मनुष्य मरता किस प्रकार हैं, अपितु महत्व की बात तो यह है कि वह जीवित किस प्रकार रहता हैं.

राजा हो या रंक सबका जीवन सुख-दुःख, राग-द्वेष और अच्छाई-बुराई के तानों-बानों से ही बना हुआ हैं.

ज्यादातर लोग बने-बनायें रास्तों पर ही चलते है और भीड़ का एक हिस्सा बन जाते हैं, पर कुछ लोग मंजिल तक पहुँचने के लिए अपने रास्तें खुद बनाते हैं और एक दिन इतिहास लिख जाते हैं.

क्या तुम्हे अपने जीवन से प्रेम हैं? तो समय का दुरूपयोग मत करों क्योंकि जीवन इसी समय से ही बना हैं.

व्यक्ति का जीवन इतना छोटा होता हैं कि चिंता, कलह, ईर्ष्या, द्वेष आदि के लिए समय ही नहीं होता हैं फिर भी व्यक्ति अपना सबसे अधिक समय इसी में नष्ट करते हैं.

एक कठिन श्रमशील जीवन सुख का आधार होता हैं और अत्यंत सरलता से जीवन-यापन दुःख का आधार होता हैं.

एक व्यक्ति उतना ही जीवन जीता है जितना वह अनुभव करता हैं.

व्यक्ति का आधा जीवन बीत चुका होता है जब उसे उसकी गलतियाँ समझ में आती हैं.

कुछ लोग खाना-सोना और मौज-मस्ती को ही जीवन समझते हैं जबकि जीवन का मतलब है सदैव आगे बढ़ते रहना.

व्यक्ति को अपने जीवन में अपने कर्मों का भोग इसी पृथ्वी पर ही करना पड़ता हैं. स्वर्ग और नर्क दोनों ही पृथ्वी पर ही हैं.

साधारण जीवन का एक ही नियम है, यौवन एक भूल हैं, जवानी संघर्ष है और बुढ़ापा पश्चाताप.

हर व्यक्ति का जीवन जीने योग्य होता हैं और व्यक्ति का यही विश्वास जीवन को सफल बनाने में सहायक होता हैं.

जीवन में आप जो कुछ सीखते है यदि आप उसे अपने जीवन में उतारते है तो आपका सीखना मायने रखता हैं.

एक व्यक्ति के जीवन में उसका सबसे बड़ा शत्रु वह स्वयं ही होता हैं जो अपनी कमियों और गलतियों को जानते हुए भी उसे सुधारने का प्रयास नही करता हैं.

जीवन में फ़िजूल की व्यस्तता ही असफलताओं की जननी हैं.

जीवन में कीये गये अच्छे कर्म ही आपको दूसरों से अलग और मूल्यावान बनाते हैं.

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