What is Entrepreneurship in Hindi | उद्यमिता क्या हैं?

What is Entrepreneurship in Hindiएंटरप्रेन्योरशिप का हिंदी में शाब्दिक अर्थ “उद्यमिता” हैं जिसका सीधा सम्बन्ध व्यवसाय ( Business ) से हैं. वर्तमान समय की बात करे तो इन्टरनेट पर एंटरप्रेन्योरशिप (Entrepreneurship ) शब्द बड़ा ही Popular हैं इसलिए इसके बारें में हर व्यक्ति को जानकारी रखनी चाहिए.

यदि आप विद्यार्थी हैं या किसी संस्था में नौकरी कर रहे हैं तो आपके लिए “एंटरप्रेन्योरशिप” का मतलब जानना बहुत ही जरूरी हैं क्योंकि उद्यमिता का विचार आपको दूसरों से अलग कर देता हैं और जब आप एक उद्यमी बनने के लिए प्रयास करने लगते हैं तो आपके अंदर का रियल हीरों आपको नजर आता हैं.

What is Entrepreneurship meaning in Hindi? | उद्यमिता ( एंटरप्रेन्योरशिप ) क्या हैं?

Entrepreneurship = उद्यमिता या व्यवसाय करना
Entrepreneur = उद्यमी या व्यवसायी

उद्यमिता ( Entrepreneurship ) नये व्यवसायिक संगठन की शुरूआत करने के विचार को कहते हैं. किसी वर्तमान या भविष्य के अवसर का पूर्वानुमान लगाकर कोई व्यवसायिक संगठन आरम्भ करना उद्यमिता का मुख्य पहलू हैं.

ऐसे नये विचार या खोज जो किसी समस्या का समाधान दे और उस विचार को एक व्यवसायिक संगठन के रूप में परिवर्तित कर देना और बहुत से लोगों को नौकरी प्रदान करना Entrepreneurship के अंतर्गत ही आता हैं. उद्यमिता या नए व्यवसाय को शुरू करने में जहाँ लाभ की असीम संभावनाए होती हैं वहीं जोखिम और अनिश्चितता भी होती हैं. एक उद्यमी (व्यवसाय करने वाला) में जोखिम लेने का गुण होना आवश्यक होता हैं.

Amazon, Ola Cab, Paytm, Flipkart आदि उद्यमिता ( Entrepreneurship ) के ही उदाहरण हैं जो भारतीय युवाओं को उद्यमिता की तरफ बढ़ने की प्रेरणा देते हैं.

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सफ़ल उद्यमी की विशेषताएं या गुण | Characteristics of Entrepreneurship in Hindi

  1. पहल ( Initiative ) – व्यवसाय की दुनिया में कोई अवसर बार-बार नहीं आता हैं इलिए सही समय पर व्यवसाय की शुरूआत करने का गुण होने एक उद्यमी के लिए आवश्यक है.
  2. जोखिम ( Risk ) – हर व्यवसाय में रिस्क होता हैं जिसकी वजह से कुछ लोग सफल तो कुछ असफल हो जाते हैं. एक उद्यमी को जोखिम उठाने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए और व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए.
  3. अनुभव से सीखने की योग्यता ( Ability to Learn from Experience ) – व्यवसाय में गलतियाँ होती है मगर उनसे सीख ले. यदि गलती दुबारा हुआ तो भारी नुकसान हो सकता हैं.
  4. अभिप्रेरणा ( Motivation ) – मोटिवेशन (उत्साह) सफलता की कुंजी हैं. इसकी आवश्यकता जीवन के हर मोड़ पर पड़ती हैं. इसलिए जरूरी है कि एक उद्यमी उत्साह से भरा हो और अपने कर्मचारियों को भी समय-समय पर उत्साहित करता रहें.
  5. आत्मविश्वास ( Self-confidence ) – जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए आत्मविश्वास का होना आवश्यक हैं. आत्मविश्वास आपको कार्य करने की प्रेरणा देता हैं और दूसरों को भी कार्य करने के लिए प्रेरित करता हैं.
  6. निर्णय लेने की क्षमता ( Decision making ability ) – व्यवसाय चलाने में उद्यमी को बहुत से निर्णय लेने की आवश्यकता होती हैं इसलिए एक उद्यमी के अंदर सही और उपयुक्त निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए.

उद्यमिता क्यों बढ़ रही है | Why entrepreneurship is on the rise?

उद्यमिता बढ़ने के कई कारण हैं परन्तु मेरी समझ से मुख्य कारण यह है कि युवाओं का व्यवसायिक शिक्षा के प्रति जागरूक होना. कुछ नया और बेहतर करने की होड़ उद्यमिता को ज्यादा बढ़ावा देता हैं और कई अन्य कारण है जिसकी वजह से Entrepreneurship को बढ़ावा मिलता हैं.

  1. बॉस फ्री लाइफ ( Boss Free Life )
  2. आर्थिक स्वतन्त्रता ( Financial Freedom )
  3. कुछ नया करने का जुनून ( Passion to do something new )

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