मृत्यु क्या हैं | What is Death Meaning in Hindi

What is Death Meaning in Hindi ( मृत्यु क्या हैं ) – मृत्यु से क्यों डरते है लोग? मृत्यु के समय क्या होता हैं? मौत आने से पहले क्या होता है? मानव शरीर से प्राण कैसे निकलता है? मृत्यु क्यों एक रहस्य हैं? क्या मौत पहले से ही निश्चित होती हैं? मृत्यु के बाद का सत्य आदि जानकारियों को इस पोस्ट में जरूर पढ़े.

मृत्यु क्या है? | What is Death in Hindi

मावन शरीर का उर्जाविहीन हो जाना ही मृत्यु हैं.” इस प्रकार भी कहा जा सकता हैं कि जब आत्मा शरीर को छोड़ देती है उसे मृत्यु कहते हैं.

मृत्यु का आना सत्य है परन्तु हिन्दू पुराणों और धार्मिक ग्रंथों की माने तो बहुत से लोग अजर-अमर भी है जिन्हें मृत्यु छू भी नहीं सकता हैं. उदारहण के लिए हनुमान जी. भीष्म पितामह को इच्छा मृत्यु का वरदान मिला था कि वो जब तक चाहे इस धरती पर जी सकते हैं.

मृत्यु से क्यों डरते है लोग? | Why are people afraid of death?

आत्मज्ञानी पुरूषों को छोड़कर सभी को मृत्यु से डर लगता है. डर इसलिए लगता है क्योंकि कोई भी निश्चित रूप से यह नहीं जानता है कि मृत्यु के बाद क्या होगा? मृत्यु क्या है? यदि व्यक्ति को पता हो मृत्यु के बाद क्या होगा तो वह उतना नहीं डरेगा. मृत्यु के डर की वजह ज्ञान की कमी भी है.

मृत्यु से कुछ लोग इसलिए डरते है कि वो अपने पूरे जीवन में कई तरह के बुरे कर्म किये होते हैं. हिन्दू पुराणों और धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार मृत्यु के बाद उन बुरे कर्मों का फल भोगना पड़ता हैं. मानव जीवन, सांसारिक मोह माया के प्रति लगाव के कारण भी लोगों को मृत्यु से भय लगता हैं. कुछ लोग मृत्यु के बारें में नकारात्मक सोच रखते हैं जिसके कारण वो मृत्यु से बहुत अधिक डरते हैं.

मृत्यु के समय क्या होता हैं? | मौत आने से पहले क्या होता है?

What happens at the time of death – मृत्यु के समय मरने वाले व्यक्ति को देखकर अन्य व्यक्तियों को कुछ समय के लिए ज्ञान हो जाता हैं और वो मोह-माया से ऊपर उठकर बात करते हैं. यह मेरा अनुमान है जब व्यक्ति के मृत्यु का समय आता है तो व्यक्ति की ज्ञान रुपी आँखे खुलने लगती हैं. उसे जीवन के सत्य का अनुभव होता हैं परन्तु उस समय वह कुछ नहीं कर पाता है.

  • मौज जब नजदीक आती है तो मरने वाले व्यक्ति के आँखों की रौशनी खत्म हो जाती है और उसे आस-पास बैठे लोग नजर नहीं आते हैं.
  • मृत्यु के कुछ समय पहले (10 – 40 मिनट) पहले मरने वाले का दिमाग बाहरी रूप से कार्य करना बंद कर देता हैं परन्तु अंदर से कार्य कर रहा होता हैं.
  • मृत्यु के समय व्यक्ति द्वारा किये कर्म उसके यादों की पटल पर चित्रित होते हैं.
  • ऐसा माना जाता है जिन व्यक्तियों के कर्म अच्छे होते है उन्हें दिव्य प्रकाश नजर आता हैं और ऐसे व्यक्ति मृत्यु के समय भय मुक्त होते हैं.
  • पुराणों के अनुसार जिन व्यक्तियों के कर्म अच्छे नहीं होते है उन्हें अपने भयंकर यमदूत दिखाई देते हैं और ऐसे लोग बहुत भयभीत होते हैं.
  • मृत्यु के समय इंसान बोलने की कोशिश करता हैं परन्तु वह कुछ बोल नहीं पाता है. आवाज में घरघराहट होती हो जैसे किसी ने गला दबा रखा हो.

मानव शरीर से प्राण कैसे निकलता है?

आज तक इसे विज्ञान भी नहीं समझ पाया हैं कि मानव शरीर से प्राण कैसे निकल जाता हैं? शरीर का वो कौन सा अंग या कौन सा हिस्सा है जिसके रूक जाने पर (काम बंद कर देने पर ) व्यक्ति की मृत्यु हो जाती हैं. सामान्य तौर यदि किसी व्यक्ति का हृदय धड़कना बंद कर दे तो हम मान लेते है कि वह मर चूका हैं. कई बार ऐसा भी होता हैं कि व्यक्ति का दिल धड़कता रहता है परन्तु दिमाग डेड हो जाता हैं.

धार्मिक ग्रंथों और पुराणों के अनुसार मानव शरीर में नौ छिद्र होते हैं जिसके द्वार आत्मा (प्राण) शरीर का त्याग कर बाहर निकलती हैं परन्तु इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं.

मृत्यु क्यों एक रहस्य हैं? | Why is death a mystery?

Death Secret in Hindi
Death Secret in Hindi

Death Secret in Hindi – जन्म से पहले बच्चे के बारें में बहुत कुछ जाना जा सकता हैं विज्ञान यहाँ तक तरक्की कर चूका है कि अजन्मे बच्चों के जीन में बदलाव करके इच्छा के मुताबिक़ रंग, रूप और कद दिया जा सके. जन्म के पहले और जन्म के बाद मानव जीवन पर विज्ञान का नियन्त्रण बढ़ता जा रहा हैं परन्तु मृत्यु के बाद का रहस्य विज्ञान के लिए आज भी के रहस्य ही हैं.

हिन्दू पुराणों और धार्मिक ग्रन्थों में मृत्यु के बाद क्या होता हैं उसके बारे में दिया गया हैं. बताया गया है कि अच्छे कर्म वाले व्यक्तियों को स्वर्ग मिलता हैं, अच्छे कुल में जन्म होता हैं जबकि बुरे कर्म करने वाले व्यक्तियों को नर्क मिलता है. विभिन्न योनियों में उन पाप कर्मों का फल भोगना पड़ता हैं.

क्या मौत पहले से ही निश्चित होती हैं? | Are Death Already Fixed?

वैज्ञानिक तौर पर इस प्रश्न के उत्तर से संतुष्ट हो पाना थोड़ा मुश्किल हैं, परन्तु धार्मिक और दार्शनिक आधार पर सोचा जाए तो इस पृथ्वी पर ईश्वर के इच्छा के बिना पत्ता भी नहीं हिलता हैं ऐसा माना जाता हैं. यदि आप ऐसा सोचते हैं तो मृत्यु पहले से ही निश्चित होती हैं. कई बार ऐसे चमत्कार हुए है जिसे विज्ञान भी नहीं समझ पाया हैं. विज्ञान आज भी मानता है कि कोई ऐसी शक्ति है जो इस पूरी दुनिया को नियंत्रित करती हैं जिसे भारत में ईश्वर कहा जाता हैं.

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