निगाहों से निगाहें मिले तो
तीर जैसा जिगर के पार हो जाता हैं,
आपको देखते ही ये दिल बेकरार हो जाता हैं,
देखा नही तुम सा चाहने वाला
आपसे मिलते ही, फिर आपसे प्यार हो जाता हैं.
जमाने के साथ बहुत बदल गई मैं,
पर तुझे टूट कर चाहने की आदत नही बदली…!!!
मेरी चाहतें तुमसे अलग कहाँ हैं,
दिल की बाते तुमसे छुपी कहाँ हैं,
तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह,
फिर जिन्दगी को साँसों की जरूरत कहाँ हैं.
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