पुरुषार्थ पर सुविचार | Purusharth Quotes Shayari Status in Hindi

Purusharth (Efforts) Quotes Shayari Status Image Photo in Hindi – इस आर्टिकल में पुरुषार्थ पर सुविचार शायरी स्टेटस इमेज आदि दिए हुए हैं।

Purusharth Quotes in Hindi

लक्ष्य पूरा करने के लिए अपनी सभी
शक्तियों द्वारा परिश्रम करना ही पुरुषार्थ है।
महर्षि पतंजलि


भाग्य पर वह भरोसा करता है,
जिस में पौरूष नहीं होता है।
प्रेमचंद


पुरुषार्थ खेत है और भाग्य बीज है।
खेत और बीज के संयोग से ही
अनाज पैदा होता है।
वेदव्यास


पूर्वजन्म में किया हुआ कर्म
ही भाग्य कहलाता है। इसलिए
पुरुषार्थ किया बिना भाग्य का
निर्माण नहीं हो सकता।
अज्ञात


पुरुषार्थ ही सौभाग्य को खींच लाता है।
जयशंकर प्रसाद


Purusharth Shayari in Hindi

ब्रह्मा से कुछ लिखा
भाग्य में मनुज नहीं लाया है,
अपना सुख उसने अपने
भुजबल से ही पाया है।
रामधारी सिंह दिनकर


है प्रेम सुधा रस जीवन में
पुरुषार्थ करो और पा जाओ,
जो अलख जगे अंतर्मन में
तो जगत को ज्योति दिखा जाओ।


पौरूष तो पारस होता है,
पुरुषार्थ भला कब सोता है,
दीपक कितना भी छोटा हो
सूरज का वंशज होता है।


Purusharth Status in Hindi

आपका आज का पुरुषार्थ,
आपके कल का भाग्य है।


कुल-गोत्र नहीं साधन मेरा,
पुरुषार्थ एक बस धन मेरा।


हर दिन पुरुष का होता है सर्वोत्तम,
कभी पुरुषार्थ तो कभी पुरुषोत्तम।


पुरुषार्थ पर सुविचार

पुरुषार्थ करने पर दरिद्रता नहीं रहती,
जपने वाले को पाप नहीं लगता,
मौन होने से कलह नहीं होता और
जागने वाले के निकट भय नहीं आता।
चाणक्य


जो आदमी अपनी मौजूदा हालत पर
ठीक तौर से विचार नहीं करता बल्कि
केवल इस ख्याल से कि अंत में मुक्ति
हो ही जायगी, पुरुषार्थ की ओर कोई
ध्यान नहीं देता, वह मृत्यु के आवागमन
से हरगिज नहीं बच सकता।
गौतम बुद्ध


पुरूषार्थ उसी में है जो संकट की घड़ी
में निर्णय लेने में कोई संकोच नहीं करता।
वेदव्यास


कठिनाईयों पर विजय पाना
पुरुषार्थी मनुष्यों का काम है अवश्य,
मगर कठिनाईयों की सृष्टि करना,
अनायास पाँव में कांटे चुभाना
कोई बुद्धिमानी नहीं।
प्रेमचंद


पुरुषार्थ-हीन पुरुष को विपत्तियाँ घेर लेती हैं।
वाल्मीकि


Efforts Quotes in Hindi

कर्म, ज्ञान और भक्ति इन तीनों का
जिस जगह ऐक्य होता है,
वही श्रेष्ठ पुरुषार्थ है।
अरविन्द घोष


जो पुरुषार्थ नहीं करते,
वे धन, मित्र, ऐश्वर्य, उत्तम कुल
तथा दुर्लभ लक्ष्मी का
उपभोग नहीं कर सकते।
महाभारत


पुरुषार्थ का अर्थ है
पुरुष को प्रवृत करने वाल हेतु।
यह आवश्यक नहीं कि यह
हेतु ‘सद्धेतु’ ही हो।
विनोबा भावे


पुरुषार्थहीन मनुष्य जीवित
होते हुए भी मरा हुआ है।
स्वामी शंकराचार्य


देवता पुरुषार्थी से प्रेम करते हैं,
आलसी से नहीं।
ऋग्वेद


Manliness Quotes in Hindi

मनुष्य के परुषार्थ के लक्षण
उसके व्यवहार में छिपे होते हैं।
बड़ी से बड़ी परेशानी को भी
सहज रूप से स्वीकार करने
वाले पुरुषार्थी महानता को
प्राप्त होते है।
महाभारत


यदि कोई पुरुषार्थ दाएं हाथ से करेगा,
तो सफलता उसके बाएं हाथ में होगी।
अर्थर्ववेद


परुषार्थी वह है
जो भाग्य की रेखाएं मिटा दें।
अज्ञात


बुद्धिमान भाग्य का सहारा लेकर
पुरुषार्थ का त्याग न करें, क्योंकि
भाग्य भी पुरुषार्थ रूप से ही
नियामक होती है।
योगवाशिष्ट


पुरुषार्थ पर शायरी

अर्थ है यथार्थ हैं
वृतांत श्रीराम हैं,
सार्थ हैं परुषार्थ हैं
परमार्थ श्रीराम हैं।


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