लड़के लड़कियों को क्यों नहीं समझ पाते है? | Why can’t boys understand girls

Ladake Ladakiyon Ko Kyon Nahin Samajh Paate Hai? – दोस्तों यह दुनिया बड़ी ही रहस्यमयी है। जीवन और भी ज्यादा रहस्यमय लगने लगता है। जब अपनी गर्लफ्रैंड या पत्नी ही समझ में ना आयें। अगर उनका फोन आने पर आपने फ़ोन नहीं उठाया तो वो आसमान सिर पर उठा लेती है। आप समझ भी नहीं पाएंगे कि हुआ क्या?

लड़कों के लिए लड़कियों को समझना बड़ी टेढ़ी खीर है। परंतु लड़के भी कहाँ हार मानते है। कोशिश करते रहते है। मेरी समझ में लड़कों में भी कुछ कमियां होती है जिसकी वजह से वो लड़कियों को समझ नहीं पाते है। लड़कों को लड़कियां क्यों नहीं समझ में आती है उसका कारण जानें।

लड़के लड़कियों को क्यों नहीं समझ पाते है?

  1. अहंकार (Ego) में व्यक्ति स्वयं को समझ नही पाता है तो फिर वो लड़कियों को कैसे समझ सकता है। जो लड़के अहंकारी होते है वो लड़कियों को कभी समझ नहीं पाते है। अगर आप में विनम्रता और धैर्य है तभी आप एक लड़की या स्त्री को समझ पाएंगे।
  2. जो लड़के लड़की को अपना मित्र (Friend) नहीं बना पाते है वो उन्हें कभी नही समझ पाते है। हर व्यक्ति का राज और दिल का हाल केवल उसका मित्र समझता और जानता है। जब लड़कियों को किसी पर पूर्ण विश्वास हो जाता तभी उसे दिल की सारी बातें बताती है।
  3. बिना किसी आधार के कुछ लड़के, लड़की को कमजोर या खुद से कम समझ लेते है। ऐसे लड़के किसी लड़की को कभी नही समझ पाते है।
  4. जो लड़के लड़कियों से केवल शारीरिक संबंध बनाना चाहते है, वे उस लड़की की भावनाओं, विचारों और प्रेम को कभी नहीं समझ सकते है। ऐसे लड़को को ही लड़कियां समझ में नही आती है।
  5. लड़की या स्त्री को समझने के लिए धैर्य ( Patience ) का होना बहुत जरूरी है। लड़के जब लड़कियों से बात करते है तो उत्साहित होकर अपने बारे में सब कुछ बता देते है जबकि लड़कियाँ इस मामले में जल्दबाजी नहीं करती है।
  6. ज्यादातर लड़के शादी से पहले पूर्ण रूप से स्वतंत्र होते है। उन पर कोई जिम्मेदारी नहीं होती है जबकि लड़कियां घर की छोटी-बड़ी जिम्मेदारियों को संभालती है। इस वजह से भी लड़के और लड़की के विचारों में बड़ी असमानता होती है। गैरजिम्मेदाराना व्यवहार होने के कारण भी लड़के लड़कियों को समझ नहीं पाते है।
  7. कुछ लड़के बहुत ज्यादा बोलते है। ज्यादातर ऐसे लड़के खुद को ही नही समझ पाते है फिर ये लड़कियों को कैसे समझ पाएंगे। बहुत ज्यादा बातें करना अज्ञानता की निशानी होती है।
  8. कुछ स्त्रियाँ रहस्यमयी होती है उन्हें कोई नहीं समझ पाता है। इसी पर एक गाना गाया गया है – “हसीनो को आते है क्या-क्या बहाने, खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने“। अगर कोई लड़की या स्त्री समझ में ना आये तो इसमें दुखी होने जैसी कोई बात नहीं है।
  9. एक बड़े लेखक ने कहा है इनका नाम नहीं याद आ रहा है कि – “हर आदमी में होते है दस बीस आदमी, किसी को देखना हो तो दस बीस बार देखो“.
  10. इस पोस्ट का लेखक यानि मैं स्वयं अपनी गर्लफ्रैंड (Girlfriend) को नही समझ पा रहा हूँ। फिलहाल लड़की को समझने का प्रयास करते रहना चाहिये। इससे आपको ज्ञान बहुत होता है। आज कुछ ज्यादा परेशान था तो इस लेख को लिख डाला।

रचित सिंह
लखनऊ – उत्तरप्रदेश

इसे भी पढ़े –

Latest Articles