ख्वाब तो वो है जिसका हकीकत मे भी दीदार हो…
कोई मिले तो इस कदर मिले,
जिसे मुझ से ही नही,
मेरी रूह से भी प्यार हो.
सहमी से निगाहों में ख्वाब हम जगा देंगे,
सूनी इन राहों पे फूल हम खिला देंगे,
हमारे संग मुस्कुरा के तो देखिये,
हम आपको हर ग़म भुलवा देंगे…
ख्वाब भी शायद कांच से कमज़ोर होते हैं,
हर रोज बिखर जाते हैं फ़क़त एक आँख के खुलने से…
ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है,
जिसमें जीने की चाहत होनी चाहिये.
ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,
सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये.
वो रह ना पाए एक पल मेरे बिना,
ख़ुदा उनको तू इस तरह मेरा अपना सा कर दे,
मैं थाम सकू हाथ उनका,
बाकि दुनिया के लिए उनको तू सपना सा कर दे.
तन्हाइयों में मुस्कुराना इश्क हैं,
एक बात को सब से छुपाना इश्क हैं,
यूँ तो नींद नहीं आती तुम्हें रात भर,
फिर भी उनका ख्वाबों में आना इश्क़ हैं…
गुलाब की महक भी फींकी से लगती हैं,
कौन-सी खुश्बू मुझमे बसा गए हो तुम,
जिन्दगी हैं क्या तेरी चाहत के सिवा,
ये कैसा खवाब आँखों को दिखा गये हो तुम…