सभ्यता पर सुविचार | Civilization Quotes in Hindi

Civilization Quotes Sayings Thoughts Suvichar Image Photo in Hindi – इस आर्टिकल में सभ्यता पर सुविचार अनमोल वचन दिए हुए है। इन्हें जरूर पढ़े।

Civilization Quotes in Hindi

सभ्यता चरित्र का वह रूप है
जो मनुष्य को कर्तव्य का मार्ग दर्शाता है।
महात्मा गाँधी


हम समझते है कि हमारी सभ्यता
अपने सर्वोच्च शिखर पर है, किन्तु
वह केवल अपने बचपने में है।
इमर्सन


सभ्यताओं के विषय में
वही जान सकते है जो
स्वयं सभ्य हों।
अज्ञात


सभ्यता का उद्देश्य होता है –
सभी अच्छी वस्तुओं को और
विचारों को सभी लोगो तक पहुंचाना।
नीत्शे


सभ्यता की एकमात्र कसौटी है
मनुष्य की सहनशीलता।
आर्थर हैल्पस


सभ्यता पर सुविचार

सभ्यता का मापदंड
उस समाज पर
स्त्रियों का प्रभाव है।
इमर्सन


कम या अधिक मात्रा में हुए सुधारों
और उन्नति में नहीं बल्कि सारी जनता
की मिली-जुली चेतना में सभ्यता निहित है.
अलबर्ट कामू


मैं मानता हूँ कि अपना लक्ष्य ढूँढ़ने के लिए
मैं निकल पड़ा हूँ , क्योंकि आंटी सैली मुझे
गोद लेना और सभ्य बनाना चाहती है जो
मेरे बस की बात नहीं है।
मार्क ट्वेन


मानव-जाति का अंत इस प्रकार होता कि ‘
सभ्यता अन्ततः उसका गला घोंट देगी।
एमर्सन


यदि तुम मनुष्य को सभ्य बनाना चाहते हो
तो इसका प्रारम्भ उसकी दादी से करो।
विक्टर ह्यूगो


Civilization Thoughts in Hindi

हम समझते है कि सभ्यता अपने
उच्चतम स्तर के करीब पहुंच चुकी है,
परन्तु अभी तो हम सिरग बांग देने वाला
मुर्गा और भोर का तारा हैं।
राल्फ वाल्डो एमर्सन


अगर सभी लोगो में संस्कार जीवित रहेगा,
तो संस्कृति जीवित रहेगी और संस्कृति
जीवित रहेगी तो सभ्यताएं जीवित रहेंगी।
अज्ञात


सभ्यता एक सफर है,
बंदरगाह नहीं।
आरनोल्ड टायनबी


सभ्यता और धर्म की प्राचीनता की
दृष्टि से कोई राष्ट्र आर्य सभ्यता की
समता नहीं कर सकता।
हे-ऐन यांग


अणु बम से लाडे गए युद्ध में
यह सभ्यता खत्म हो जाएगी ,
मैं इस पर यकीन नहीं करता।
मुमकिन है कि दो तिहाई लोग मारे जाएँ ,
लेकिन फिर नए सिरे से शुरू करने के लिए
सोचने की शक्ति रखने वाले काफी लोग
और काफी पुस्तकें बची रहेंगी और तब
सभ्यता का फिर से विकास हो सकेगा।
अलबर्ट आइंस्टाइन


Civilization Sayings in Hindi

मैंने समेट कर रखा हैं
तुम्हारी हर एक चीज को –
जैसे कोई इतिहास का विद्यार्थी
किसी खोती सभ्यता के निशान बचाता है।
प्रशांत सागर


सभ्यताओं का स्वरूप बदलता है
लेकिन उद्देश्य केवल मानव
कल्याण ही होता है।
अज्ञात


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