मोबाइल पर कविता | Mobile Poem in Hindi

Mobile Poem Poetry Kavita in Hindi – इस आर्टिकल में मोबाइल पर कविता दी गई है. आज मेरे व्हाट्सऐप पर एक बच्चे का वीडियो आया जिसने एक बेहतरीन कविता मोबाइल पर सुनाई है. मुझे सुनकर बड़ा मजा आया और मैं इसे अपनी वेबसाइट पर शेयर करने से खुद को रोक नहीं पाया।

Mobile Poem in Hindi

मोबाइल एक ऐसा उपकरण है जो आजकल हमारे जीवन का मुख्य हिस्सा बन चूका है. इसका उपयोग और दुरूपयोग दोनों होता है. जो इसका सदुपयोग करते है उनके लिए मोबाइल एक वरदान है लेकिन जो इसका दुरूपयोग करते है उनके लिए मोबाइल एक अभिशाप है. फिलहाल इस बेहतरीन मोबाइल कविता का आनंद लीजिये और इस बालक के बातों की गहराई को समझने का प्रयत्न करें।

Mobile Poem Video

पाहिले क पुरनिया अनपढ़ रहलन
पर मान सम्मान पर लड़त रहे
और दूई चार लोग रहे पढ़ल लिखल
कई गाँव का चिट्ठी पढ़त रहे.

धीरे-धीरे हर गउवे में
खम्भा पर टेलीफ़ोन गइल
PCO से मनई बतियावे
खाना एकदम सूख गइल

इ पढ़े लिखे वाले लड़िकन के
नइकी स्टाइल खा गइल
बेटवा, बाप, महतारी और
बिटियों मोबाइल पाई गइल

अब घरे घरे घंटी बाजे
गाना मोबाइल गावत बा
घर भर क परिवार लिपटकर
24 घंटा बातिवात बा

बेटवा कहे हेलो बाबू जी
प्रदेश में अपना पता है
जेतना कमाई ला ओसे ढेर
हमरे मोबाइलव क खर्चा है

आजकल क नईकी पीढ़ी
हमन क समझा गुरू होई गइल
एहर मोबाइल वहर मोबाइल
प्रेम कहानी शुरू होई गइल

पढ़े लिखे से मतलब ना
दिन भर मिसकलव मारलन
ओकरे मोबाइल में पैसा
अपने घरे से डारलन

काम न कउनो धंधा बा
आवरा बनके घूमलन
और एहर वहर से दोनों लोग
मोबाइलव पकड़ के चूमलन

नक्सलबाद आतंकबाद क तुरंत
मोबाइल खबर देत बा
लूट छिनैती और डकैती
यही मोबाइलव से मर्डर होत बा

भूत काल भविष्य काल
और वर्तमान काल क ख्याल करा
अपने मोबाइल क
गलत इस्तेमाल न करा.


बच्चों के लिए मोबाइल पर कविता

बच्चों को रखो दूर
मोबाइल से हुजूर
इसकी जो लत है
वो बड़ी ही गलत है

जिस बच्चे को लगा
मोबाइल गेम का चस्का
उसकी पढ़ाई- लिखाई को
फिर लगा बड़ा ठस्का

मोबाइल में जिसका
मन लग जाता है,
पढ़ाई से उसका
मन हट जाता है

बच्चों से हरदम
मोबाइल रखना दूर
अगर इसे ज्यादा चलाएं
तो उन्हें डांटना जरूर
कुमारी कविता


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