वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे (World Environment Day – WED) हर साल 5 जून को मनाया जाता हैं. इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण की संरक्षण के लिए लोगो को जागरूक और प्रोत्साहित करना हैं. समुंद्री प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, वन्यजीव अपराध और पर्यावरण से सम्बंधित मुद्दों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के यह अभियान प्रमुख रहा हैं.
1974 में पहली बार इसे मनाया गया था. अब इसे मनाने के लिए करीब 140+ देश शामिल होते हैं.
5 जून – विश्व पर्यावरण दिवस (5 June – World Environment Day) का महत्व
पर्यावरण या प्रकृति में संतुलन का होना बहुत जरूरी हैं. इससे पृथ्वी पर सबके लिए जीवन की संभावना होगी. यदि हम सभी पर्यावरण के प्रति सतर्क और जागरूक होकर प्रयास करेंगे तभी इस समस्या का हल निकलेगा.
सड़के, घर और आरामदायक चीजो के लिए पेड़ को काटते हैं परन्तु हम उसी अनुपात में पेड़ो को लगाते नही हैं. यदि आप अपने दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाले चीजो को देखे तो बहुत से कटे पेड़ आपके घर में नजर आयेंगे. यदि हम इनका उपयोग कर अपने जीवन को सुखमय बना रहे हैं तो हमारा धर्म बनता हैं कि हम वृक्षारोपण भी करे. पेड़ लगाये. इसके बहुत से फायदे हैं.
आजकल समाचार सुनने में आता हैं कि बहुत सारे पक्षी की प्रजातियाँ बिलुप्त हो रही हैं इसके क्या कारण हो सकते हैं. उनके घरो को उजाड़ कर इंसान ने अपने घर को खूबसूरत बना लिया. हमने दोनों हाथो से पेड़ काटे हैं पर एक हाथ से भी पेड़ नही लगा सके.
एक समय था जब लोग कहते थे कि इसी तरह पेड़ कटते रहे और पर्यावरण प्रदूषित होता रहा तो पानी भी हमे खरीद कर पीना पड़ेगा और वही हुआ. पानी का लेवल दिनों दिन नीचा होता जा रहा हैं. शहरो में शुद्ध पानी के नाम पर व्यवसाय शुरू हो गया. यह समस्या यही नही रुका पानी के साथ-साथ हवा भी प्रदूषित होने लगा. अभी हालत बेहतर हैं यदि हमने अभी कुछ नही किया तो परिणाम भयंकर हो सकते हैं.
बहुत सारे ऐसी समस्या हैं पर अब समस्या पर बात करने से कुछ नही होगा. हमे इसके समाधान के बारे में सोचना होगा. विश्व पर्यावरण दिवस को आपभी अधिक से अधिक लोगो को जागरूक करे और उन्हें पेड़ लगाने की सलाह दे.
विश्व पर्यावरण दिवस कोट्स
पेड़ लगाओ पृथ्वी बचाओ,
पेड़ लगाओ देश बचाओ,
पेड़ लगाओ खुद को बचाओ.
पर्यावरण हैं हम सबकी जान,
इसलिए करो इसका सम्मान.
पर्यावरण का रखे ध्यान,
तभी बनेगा देश महान.
प्रकृति का न करे हरण,
आओ बचाए पर्यावरण.
पेड़ – पौधे मत करो नष्ट,
साँस लेने में होगा कष्ट.
साँसे हो रही हैं कम ,
आओ पेड़ लगाये हम.
विश्व में आदमी ही एक मात्र ऐसा प्राणी हैं,
जो पेड़ काटता हैं, उसक कागज बनाता हैं,
और उस पर लिखता हैं – “पेड़ बचाओ”