सफ़लता का एक मन्त्र धैर्य | Motivational Tips in Hindi

Motivational Tips in Hindi – धैर्य में बहुत ताकत होती हैं, आजकल युवाओ में इसकी कमी होने के कारण वे जल्दी ही हार मान जाते हैं. आपका धैर्य आपकी मानसिक स्तिथि की स्थिरता का सूचक हैं. बिना धैर्य के किसी भी बड़े लक्ष्य की कल्पना करना महज एक दिन में देखे जाने वाले सपने की तरह होता है. आपके अंदर धैर्य तभी आ सकता हैं जब आपको खुद पर विश्वास हो और आपका कार्य सही दिशा में जा रहा हो.

निराशा के कारण ही धैर्य का बाँध टूट जाता हैं यहाँ पर कुछ ऐसे प्रश्नों के उत्तर दिए गये हैं जो आपको निराशा से उबारेगा और आपके अंदर धैर्य और साहस को भरकर, आपको लक्ष्य प्राप्त करने के लिए उत्साहित करेगा.

प्रश्न – निराशा क्यों आती हैं? निराशा के कारण क्या हैं? (Why come disappointments? What are the reasons for disappointment?)
उत्तर – एक कारण धैर्य की कमी हैं, अपने मन के भीतर एक बीज सब्र का डाले और उसे फलने-फूलने का मौका दे. आप पायेंगे कि आपकी निराशा और दुःख का दौर बदल रहा हैं. जीवन में प्रतिदिन एक नयापन दिखेगा.

प्रश्न – क्या निराशा से बचा जा सकता हैं? (Can frustration be avoided?)
उत्तर – हाँ, निराशा से बचा जा सकता हैं, आपका एक लक्ष्य होना चाहिय, ख़ुद को लक्ष्य के प्रति उत्साहित रखे, दोस्तों और परिवार के लोगो से एक समय अंतराल पर मिलते रहे, उचित आहार ले और व्यायाम करे और ख़ुद पर और अपनी परिश्रम पर भरोसा रखे.

प्रश्न – निराशा क्यों? (Why disappointment?)
उत्तर – एक व्यक्ति ने श्रम किया, दिन-रात एक कर दिया, व्यापार को जमाने के बहुत प्रयास किये, पर सफल नही हुआ. इस स्तिथि में निराशा ही आएगी. एक स्टूडेंट बहुत मेहनत करता हैं फिर भी दुसरे स्टूडेंट आगे निकल जाते गये, वह पिछड़ गया, परीक्षा दे और फेल हो गया. ऐसे हालत में निराश होना स्वभाविक हैं. बहुत से लोग कहते हैं कि मैंने बहुत मेहनत की और सफलता नही मिली और वह थोड़ी मेहनत करके सफल हो गया. उन्हें यह भी सोचना चाहिए आपकी परिस्थितियाँ कैसी हैं.

आप खुद से यह पूछे कि समय अनुकूल हैं या प्रतिकूल हैं? अनुकूल परिस्थिति में आप कम मेहनत करते हैं तो भी सफ़ल हो जाते हैं और प्रतिकूल परिस्तिथि में आप बहुत मेहनत करते हैं फिर भी असफल हो जाते हैं. समय और स्थिति सदा एक जैसी नही रहती हैं. यह बदलती रहती हैं, इसलिए धैर्य रखे, आप जरूर सफ़ल होंगे.

प्रश्न – निराश होने पर ख़ुद को कैसे उत्साहित और मोटीवेट करे? (If you get frustrated how excited and motivate?
उत्तर – जब भी आप निराश और हतोत्साहित महसूस करे तब बाहर निकल कर टहले, दोस्तों से मिले, परिवार वालो से मिले और बात करे और मोटिवेशनल ब्लॉग, क़िताबें पढ़े, सफ़ल लोगों की जीवनी पढ़े.

उत्साहवर्धक कहानी (Motivational Story)

किसी महान व्यक्ति की जीवनी या मोटिवेशनल स्टोरी हमारे अंदर उत्साह और सकारात्मक उर्जा को बढ़ा देता हैं और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता हैं इसलिए महान व्यक्ति की जीवनी और मोटिवेशनल स्टोरी जरूर पढ़नी चाहिए.

थॉमस एल्वा एडिसन – मोटिवेशनल स्टोरी (Thomas Alva Edison – Motivaional Story)

थॉमस एल्वा एडिसन महान अमरीकी आविष्कारक एवं व्यवसायी थे. एडिसन 12 वर्ष की आयु में फलों और समाचारपत्रों के विक्रय का धंधा करके परिवार को प्रति दिन एक डालर की सहायता देने में मदत करते थे.

थॉमस एल्वा एडिसन ने ही बिजली से जलने वाले बल्ब का आविष्कार किया था, बल्ब की खोज के लिए इन्होंने 1000 प्रयोग किये थे जिसमे 999 वे प्रयोग असफ़ल रहे और तब जाकर हाजरवां प्रयोग सफ़ल हुआ और बिजली से जलने वाले बल्ब का आविष्कार किया. इससे हमे यह सीख मिलती हैं कि सफ़लता के लिए धैर्य का होना बहुत जरूरी हैं. ऐसे व्यक्ति स्वयं ही एक प्रेरणा के स्त्रोत होते हैं.

अरूणिमा सिन्हा की मोटिवेशनल स्टोरी (Arunima Sinha Motivational Story)

तुहिन डे – मोटिवेशन फॉर स्टूडेंट (Motivation For Student)

थॉमस एल्वा एडिसन कोट्स (Thomas Alva Edison – Motivaional Quotes)

“प्रतिभाशाली व्यक्ति एक प्रतिशत प्रेरणा और निन्यानवे प्रतिशत पसीने से बनता है।”
– थॉमस अल्वा एडीसन, हार्पर पत्रिका (सितंबर 1932 संस्करण)

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