Motivation For Student in Hindi – हर व्यक्ति के जीवन में कुछ न कुछ प्रॉब्लम और कमियाँ होती हैं. इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति परफेक्ट (Perfect) नही हैं. कुछ व्यक्ति प्रॉब्लम और कमजोरियों को अपनी ताकत बनाकर जीवन की बुलंदियों को छू लेते हैं और कुछ लोग जीवन भर अपने दुखो का रोना ही रोते हैं.
आज मैं आप से ऐसे ही एक दिव्यांग छात्र “तुहिन डे” के बारे में बात कर रहा हूँ जो हम सभी स्टूडेंट के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं.
रोचक जानकारियाँ “तुहिन डे” के बारे में
- तुहिन डे का जन्म 1999 में हुआ. तुहिन डे को आर्थोग्रिपोसिस मल्टीप्लेक्स कंजीनेटा (AMC) नामक बीमारी हैं.
- इस बीमारी में शारीर के जॉइंट्स काम नही करते हैं. जन्म से अब तक 20 सर्जरी हो चुके हैं.
- तुहिन डे को यह बीमारी जन्म से ही हैं, इसमें शरीर का 90% हिस्सा काम नही करता हैं. इस बीमारी में तुहिन न तो अपने हाथ हिला सकता हैं और न ही वह अपने पैरो पर खड़ा हो सकता हैं.
- तुहिन डे को 2012 में नेशनल चाइल्ड अवार्ड (बेस्ट क्रिएटिव चाइल्ड अवार्ड) दिया गया.
- 2013 में तुहिन को राष्ट्रपति द्वारा एक्सेप्शनल अचीवमेंट अवार्ड मिला.
- तुहिन डे को भारत का “स्टीफन हॉकिन्स” लोग मानते हैं और तुहिन डे के प्रेरणा स्त्रोत (आदर्श व्यक्ति) भी “स्टीफन हॉकिन्स” हैं.
- तुहिन अपने मुह में पेन लेकर लिखता हैं, मोबाइल और कंप्यूटर भी चला सकता हैं.
- तुहिन कोटा के कोचिंग सेंटर में एडमिशन लेकर IIT की तैयारी कर रहा हैं.
- तुहिन के इस हौसले को देखकर “एलेन कॅरियर इंस्टीट्यूट” ने फीस माफ़ कर दी.
- तुहिन डे आईआईटी (IIT) और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) में पढना चाहता हैं.
यदि हम तुहिन डे की शारीरिक क्षमता देखे, अचिवेमेंट को देखे और जीवन के लक्ष्य को देखे तो हम आसानी से समझ सकते हैं कि यदि कोई व्यक्ति अपनी कमियों को अपनी ताकत बना ले तो वह किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकता हैं. व्यक्ति को खुद पर विश्वास रखना चाहिए और लक्ष्य के लिए बिना रुके, बिना थके कार्यरत रहना चाहिए.
तुहिन डे ही नही, भारत और विश्व में बहुत से आपको ऐसे उदारहण मिलेंगे जो विपरीत परस्थिति में वह करके दिखाया जो हम सोच भी नही सकते. ऐसे लोगो को दुनिया आज भी सलाम करती हैं और उनसे प्रेरणा लेती हैं.