लालबहादुर शास्त्री कोट्स | Lal Bahadur Shastri Quotes

Lal Bahadur Shastri Quotes in Hindi (लालबहादुर शास्त्री कोट्स हिंदी में) – लालबहादुर शास्त्री (भारत के दुसरे प्रधानमंत्री) की सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी की जितनी भी तारीफ़ की जाए उतना ही कम हैं. इनका राजनीतिक सफर बड़ा ही साफ़-सुथरा और आज के नेताओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं. जब लालबहादुर शास्त्री को पुलिस एवं परिवहन मन्त्री की जिम्मेदारी दी गई तब उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी. पुलिस मन्त्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियन्त्रण में रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया.

लालबहादुर शास्त्री का संक्षिप्त जीवन परिचय

नाम – लालबहादुर शास्त्री
जन्म – 2 अक्टूबर 1904
जन्म स्थान – मुगलसराय (उत्तर प्रदेश)
मृत्यु – 11 जनवरी 1966
राजनैतिक पार्टी – भारतीय कांग्रेस पार्टी
जीवन साथी – ललिता शास्त्री
व्यवसाय – राजनेता, स्वतंत्रता सेनानी
धर्म – हिन्दू

लालबहादुर शास्त्री कोट्स हिंदी में | Lal Bahadur Shastri Quotes in Hindi

जय जवान, जय किसान

1965 में, “जय जवान जय किसान” का नारा दिल्ली के रामलीला मैदान में स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने दिया था.

हर काम की अपनी एक गरिमा हैं, और हर काम को अपनी पूरी क्षमता से करने में ही संतोष मिलता हैं.

भ्रष्टाचार को पकड़ना बहुत कठिन काम हैं, लेकिन मैं पूरे जोर के साथ कहता हूँ कि यदि हम इस समस्या से गंभीरता और दृढ़ सकल्प के साथ नही निपटते तो हम अपने कर्तव्यो का निर्वाह करने में असफ़ल होंगे.

स्वतंत्रता का संरक्षण अकेले सैनिकों का काम नहीं है, पूरे देश को मजबूत होना चाहिए.

हम शांति और शांतिपूर्ण विकास में विश्वास करते हैं, केवल खुद के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिए.

जैसा कि मैं देख रहा हूं, शासन का मूल विचार, समाज को एकजुट करने के लिए है ताकि वह कुछ लक्ष्यों के प्रति विकास का कार्य कर सके.

सच्चा लोकतंत्र या जनता का स्वराज, असत्य और हिंसक तरीकों से कभी नहीं आ सकता है.

हमें उसी हिम्मत के शांति लाने का प्रयत्नं करना चाहिए जितना प्रयत्नं हम तरक्की के लिए करते हैं.

देश के प्रति निष्ठा सभी निष्ठाओं से पहले आती हैं.

यदि भारत में कोई एक भी व्यक्ति छुआ-छूत से पीड़ित हैं तो यह पूरे भारत के लिए शर्म की बात हैं.

आर्थिक मुद्दे हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं क्योकि हमारे सबसे बड़े शत्रु बेरोजगार और ग़रीबी हैं.

कानून के नियम का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना को बनाए रखा जा सके और इसे और मजबूत किया जा सके.

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