न्याय पर शायरी | Justice Shayari in Hindi | Justice Status in Hindi

Justice Shayari Status Quotes Images in Hindi – इस आर्टिकल में बेहतरीन न्याय शायरी स्टेटस कोट्स इमेज दिए हुए हैं. न्याय हमारे जीवन का एक ऐसा हिस्सा है जिससे गरीब, कमजोर और लाचारों की रक्षा की जाती हैं.

अगर ऐसा कहते है कि गरीबो को न्याय नही मिलता है तो यह एक झूठ है, पर गरीबों को शत प्रतिशत न्याय मिलता हैं. ऐसा कहना भी एक झूठ ही है. न्याय की प्रक्रिया बड़ी थोड़ी जटिल है जिसकी वजह से अशिक्षित और गरीबों को अक्सर न्याय नही मिलता और अगर मिलता भी है तो बड़ी देरी से.

एक न्याय व्यवस्था होती है जिसे सरकारें और बुद्धिमान लोगो के द्वारा चलाया जाता है. जिसे क़ानून कहते हैं. कहा जाता है कि गरीबों की इससे रक्षा होती है. पर इस क़ानून से सबसे ज्यादा गरीब ही डरते हैं. दूसरी न्याय व्यस्था है जिसमें ईश्वर दंड देता हैं. गरीब सबसे ज्यादा विश्वास इस दूसरी न्याय व्यवस्था में करते हैं.

न्याय के लिए लड़ना या न्याय के पक्ष में खड़ा रहना. मानवता का सबसे बड़ा धर्म हैं. राजनीती, धर्म, जाति से ऊपर उठकर हमेशा न्याय के साथ खड़े रहें.

Justice Shayari

हकीकत में गरीबो को न्याय मिलता नहीं,
पर यह सच कोई किसी से कहता नहीं.


सदियों से बहता रहा है मासूमों का रक्त,
इंसानियत केवल शर्मिंदा होती है ऐसे वक्त.


बन के इक हादसा बाजार में आ जाएगा,
जो नहीं होगा वो अखबार में आ जाएगा,
चोर उचक्कों की करो कद्र कि मालूम नहीं
कौन, कब, कौन से सरकार में आ जाएगा.
राहत इन्दौरी


Justice Shayari in Hindi

ना किसी जाति, ना धर्म का शोषण होता है,
सदियों से सिर्फ़ गरीबों का शोषण होता हैं.


दागदार हुआ है मजहब कुछ नीच इंसानों से,
खुदा और राम भी शर्मिंदा है इन हैवानों से.


न्याय मिलने तक ये मोमबत्तियाँ जलायेंगे,
सत्ता सुख में सोई सरकार को नींद से जगायेंगे.


Justice Status in Hindi

न्याय पर शायरी | Justice Shayari in Hindi | Justice Status in Hindi | Justice Shayari

हैवानों और कातिलों को मजहब से न जोड़ा जाए,
मुजरिम जो भी हो उसे किसी कीमत पर न छोड़ा जाए.


ऐसे तौर-तरीके मुझे भाते नहीं,
जिसमें न्याय गरीबों के हक में आते नहीं.


ग़रीब क़ानून से डरता है,
अमीर क़ानून से खेलता है,
राजनीति इसका दुरूपयोग करती है,
जिसकी कीमत ये जनता भरती है.


Justice Shayari Hindi

इस संसार की हर बेटी प्यारी है,
चाहे वो हमारी हो या तुम्हारी हो,
इज्जत लूटने वाले को मृत्यु दंड देना होगा,
चाहे वो मौलाना हो या पुजारी हो.


लुटेरा है अगर आज़ाद तो अपमान सबका है,
लुटी है एक बेटी, तो लुटा सम्मान सबका है,
बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मज़हब की
लड़ो मिलकर दरिंदो से ये हिन्दोस्तान सबका हैं.


न्याय पर शायरी

अपनों ने जब हाथ लगाया तो गुड़ियाँ फिर से डर गई,
बेरहम हवस के आगे आठ महीने की फ्रॉक छोटी पड़ गई.


अगर अब भी हम ना सुधरे,
तो एक दिन ऐसा भी आएगा,
इस देश को बेटी देने से
भगवान भी घबरायेगा.


बहरों की अदालत में, गूंगे की गुहार है,
सजा मिली है उसे, तीर जिसके जिगर के आर-पार हैं.


कहीं कोहरा तो कही कोहराम है,
आज ये शहर क्यों इतना बदनाम है,
कल तक जो थी दिलों की राजधानी
आज सरेआम नीलाम है.


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