Read Interesting Facts about Indian Institute of Science (IISc) – भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) का नाम भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों में गिना जाता हैं, यहाँ विज्ञान, इंजीनियरिंग, डिजाईन और प्रबन्धन में रिसर्च और उच्च शिक्षा के लिए एक सार्वजनिक संस्थान हैं. 2018 में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देश के उच्च शिक्षण संस्थानों की एक रैंकिंग जारी की है जिसमें ओवरऑल कैटिगरी में IISc बेंगलुरु का प्रथम स्थान हैं.
आईआईएससी के बारें में रोचक जानकारियाँ | Interesting Facts about IISc in Hindi
- Indian Institute of Science (IISc) की स्थापना 1909 में हुई थी. इसकी स्थापना में जमशेदजी टाटा, विवेकानंद और मैसूर के महाराजा कृष्णराज वडियार की अहम भूमिका थी.
- पूरे कर्नाटक में इसे IISc नहीं बल्कि Tata Institute (टाटा इंस्टिट्यूट) के नाम से जाना जाता हैं.
- 1958 में इसे डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिला और इसके पहले भारतीय निदेशक सी.वी. रमन थे.
- होमी भाभा, सतीश धवन, जी. एन. रामचंद्रन, सर सी. वी. रमन, राजा रामन्ना, सी. एन. आर. राव, विक्रम साराभाई, जमशेदजी टाटा, मोक्षगुंडम, ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जैसे महान विज्ञान से जुड़े व्यक्तित्व इस संसथान के विद्यार्थी रह चुके हैं या किसी न किसी रूप में इससे जुड़े रहे हैं.
- आईआईएससी अलग से कोई प्रवेश परीक्षा नहीं करवाता है. ज्यादातर कोर्सों में GATE, JEE Main, JEE Advanced, NEET, CEED, JAM, KVPY, CAT आदि के आधार पर दाखिला होता है.
- यहाँ पर कैंटीन, जिमखाना, फूटबाल स्टेडियम, क्रिकेट स्टेडियम, फॅमिली रेस्ट्रॉन्ट, हॉस्टल, शौपिंग सेंटर, मसाज पार्लर आदि सुविधाओं से लैस हैं. कैम्पस के पेड़-पौधे इसकी सुन्दरता में चार-चाँद लगा देते हैं.
- IISc संस्थान के अस्तित्व में आने से पहले ही 1904 में जमशेदजी टाटा की मृत्यु हो गई.
- शुरूआत के दिनों में इस संस्थान में सिर्फ़ दो विभाग थे – एक समान्य और एप्लाइड केमिस्ट्री ( General and Applied Chemistry ) और दूसरा इलेक्ट्रिकल टेक्नोलॉजी ( Electrical Technology ).
- इस संस्थान में महात्मा गांधी जी दो बार आये थे. पहली बार 12 जुलाई, 1927और दूसरी बार 12 जून, 1936 में
- इसकी ऑफिसियल वेबसाइट www.iisc.ac.in हैं.
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