धूप पर शायरी | Dhoop Shayari Status in Hindi

Dhoop Shayari Status Image in Hindi for Whatsapp and Facebook – इस आर्टिकल में बेहतरीन धूप शायरी स्टेटस कोट्स इमेज आदि दिए हुए है. इन्हें जरूर पढ़े और शेयर करें.

गर्मी की चिलचिलाती धूप जितना तकलीफ देती है. ठंडी की धूप शरीर को उतना ही सुकून देती है. ये वक्त-वक्त की बात है कभी धूप सुख देती है तो कभी धूप दुःख देती है. गर्मी की तेज धूप का भी महत्व है. इस कड़ी धूप में कितने हानिकारक कीड़े-मकौड़े मर जाते है. जिससे फसलों की रक्षा होती है. मच्छर कम हो जाते है जिससे इंसान को बीमारी नहीं होती है.

गर्मी की कड़ी धूप में किसी गरीब को मेहनत करते हुए मेरा दिल अक्सर भर जाता है कि हम बढ़िया ऑफिस में बैठकर भी अपना काम ढंग से नहीं करते और एक वो है जो चंद रूपयों के लिए पूरा दिन अपना बदल जलाते है. कितनी मुश्किल से अपना घर चलाते हैं. धूप पर शायरी आपको पसंद आयेंगे जरूर पढ़े.

Dhoop Shayari

Dhoop Shayari in Hindi | Dhoop Status in Hindi | धूप पर शायरी | Dhoop Shayari in Urdu

वो गरीबों की तकलीफ को समझ नहीं सकते,
जो गर्मी की धूप में दो-चार कदम भी चल नहीं सकते.


कभी धूप तो कभी बारिश से परेशान है,
फिर भी हमेशा फायदें में रहता इंसान है.


जिन्दगी में छाँव है तो कभी धूप है,
ऐ जिन्दगी न जाने तेरे कितने रूप है.


Dhoop Status

ग़जब की धूप है शहर में मगर
दिल किसी का भी पिघलते नहीं देखा मैंने.


आसान नहीं होता है घर को चलाना,
चिलचिलाती धूप में भी बदन को जलाना.


जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा,
मैं अपनी माँ का आखिरी ज़ेवर बना रहा.


Dhoop Shayari in Urdu

सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो
निदा फ़ाजली


गम का सूरज तो डूबता ही नहीं,
धूप ही धूप है किधर जाएँ.
सरफराज दानिश


छाँव की शक्ल धूप की रंगत बदल गई
अब के वो लू चली है कि सूरत बदल गई
फ़ारूक़ शफ़क़


Dhoop Shayari in Hindi

मुझको छाँव में रखा खुद जलता रहा धूप में,
मैंने देखा है एक फ़रिश्ता पिता के रूप में.


कड़ी धूप में मैं अपने बदल को जला रहा हूँ,
तकलीफ़ बहुत है मगर मैं घर चला रहा हूँ.


धूप का सफर था और पैरों में थकान,
मैं कैसे रूकता क्योंकि बाकी था मेरा उड़ान.


Dhoop Status in Hindi

जिन्दगी की हर तपिश को मुस्कुरा कर झेलिये,
धूप कितनी भी हो… समन्दर सूखा नहीं करते.


चल पड़ी राह में दर्द का नगमा लेकर,
जल रही धूप में बारिश का सपना लेकर.


कामयाबी के सफ़र में धूप बड़ी काम आयी,
छाँव अगर होती तो कब के सो गये होते.


Sardi Ki Dhoop Shayari

Dhoop Shayari in Hindi | Dhoop Status in Hindi | धूप पर शायरी | Dhoop Shayari in Urdu

वक्त की ताकत रूहानी होती है,
सर्दी की धूप कितनी सुहानी होती है.


गर्मी में जो धूप जलाती है,
सर्दी में वही दवा बन जाती है.


सर्दियों की धूप गर्मियों की शाम हो तुम,
मेरे दिल में जो जलता है वो महताब हो तुम,
तुम न हो तो सब कुछ अधूरा सा है
मेरे लिए हर रात एक मुकम्मल ख्वाब हो तुम.


धूप पर शायरी

हम बहुत दूर निकल आयें है चलते चलते
ठहर जाएँ कहीं शाम के ढलते ढलते
टूटी दीवार का साया भी बहुत होता है
पाँव जल जाएँ अगर धूप में चलते चलते.

देर तक आँसू भी आँखों को ही मलते रहे,
धूप से पीछा छूटा तो छाँव में जलते रहे,
मेरे दिल ने मुझसे रह रहकर किया बस यही सवाल
जब बिछड़ना था तो साथ क्यों चलते रहे.

धूप स्टेटस

नदी ने धूप से क्या कह दिया रवानी में,
उजाले पाँव पटकने लगे है पानी में.


रिश्तों की धूप-छाँव से आजाद हो गए,
अब तो हमें भी सारे सबक याद हो गये.


नीचे गिरे सूखे पत्तों पर अदब से चलना जरा,
कभी कड़ी धूप में तुमने इनसे ही पनाह मांगी थी.


जिन्दगी में धूप का होना भी जरूरी होता है,
छाँव की कीमत तो तभी समझ में आती है.


धूप शायरी

वक्त की हो धूप या तेज हो आंधियाँ
कुछ कदमों के निशाँ कभी नही खोते,
जिन्हें याद करके मुस्कुरा दें ये आँखे
वो लोग दूर होकर भी दूर नहीं होते.


धूप में निकलो घटाओ में नहा कर देखो,
जिन्दगी क्या है किताबों को हटा कर देखो.


बताओ कैसे हट जाऊं धूप से मैं,
मेरे साये में कई लोग खड़े है.


Dhoop Par Shayari

दर्द की धूप ढले गम के जमाने जायें,
देखिये रूह से कब दाग़ पुराने जायें.


तेज धूप में भी सफ़र आसान लगता है,
ये माँ की दुआ का कमाल लगता है.


ग़जब की धूप है शहरो में
फिर भी लोग धूप से कम
और एक दुसरे से ज्यादा जलते है.


Dhoop Shayari Urdu

दीवार उन के घर की मिरी धूप ले गई
ये बात भूलने में ज़माना लगा मुझे
असग़र मेहदी होश


धूप ने गुज़ारिश की,
एक बूँद बारिश की.
मोहम्मद अल्वी


कब तलक यूँ धूप छाँव का तमाशा देखना,
धूप में फिरना घने पेड़ों का साया देखना.
अनवर मसूद


दोपहर की धूप में मेरे बुलाने के लिए
वो तिरा कोठे पे नंगे पाँव आना याद है
हसरत मोहानी


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