मनोज मुंतशिर शायरी | Manoj Muntashir Shayari Status Quotes in Hindi

Manoj Muntashir Shayari Status Quotes Poem Image in Hindi – इस आर्टिकल में मनोज मुंतशिर की बेहतरीन शायरी और रचनाएं दी गई है. इन्हें जरूर पढ़े.

मनोज मुंतशिर ( मनोज शुक्ला ) एक मशहूर भारतीय गीतकार, टेलीविजन स्क्रिप्ट और पटकथा लेखक हैं. इनका जन्म 27 फरवरी, 1976 में उत्तर प्रदेश के अमेठी में हुआ. इनके मशहूर गीत इस प्रकार है – “कौन है वो” फिल्म बाहुबली, “तेरी मिट्टी” फिल्म केसरी, “तेरी गलियाँ”, फिल्म एक विलन, “तेरे संग यारा” फिल्म रूस्तम आदि. वैसे तोइन्होने कई बेहतरीन गीत लिखे है जिन्हें फिल्मों में गाया गया है.

Manoj Muntashir Shayari in Hindi

जूते फटे पहनके आकाश पर चढ़े थे,
सपने हमारे हरदम औकात से बड़े थे,
सिर काटने से पहले दुश्मन ने सिर झुकाया
जब देखा हम निहत्थे मैदान में खड़े थे.
मनोज मुंतशिर


जैसा बाजार का तकाजा है,
वैसा लिखना अभी नही सीखा
मुफ्त बंटता हूँ आज भी मैं तो
मैंने बिकना अभी नही सीखा
एक चेहरा है आज भी मेरा
वो भी कमबख्त इतना जिद्दी है
जैसी उम्मीद है जमाने को
वैसा दिखना अभी नही सीखा.
मनोज मुंतशिर


Manoj Muntashir Status in Hindi

आज आग है कल हम पानी हो जायेंगे,
आखिर में सब लोग कहानी हो जायेंगे.
मनोज मुंतशिर


लपक के चलते थे बिल्कुल सरारे जैसे थे,
नये-नये थे तो हम भी तुम्हारे जैसे थे.
मनोज मुंतशिर


कश्तियाँ हमने जला दी है भरोसे पर तेरे
अब यहाँ से नहीं लौट कर जाने वाले।
मनोज मुंतशिर


मैं अपनी गलियों से बिछड़ा मुझे ये रंज रहता है,
मेरे दिल में मेरे बचपन का गौरी गंज रहता है.
मनोज मुंतशिर


मनोज मुंतशिर शायरी

मैं मनोज मुंतशिर हूँ मेरे जैसे सैकड़ो है
मेरी शायरी पर चाहो तो ऐतराज करना
ये जुबान मेरी दुनिया में सबसे बढकर
मैं उर्दू बोलता हूँ इसका लिहाज करना.
मनोज मुंतशिर


ये गलत बात है कि लोग यहाँ रहते है,
मेरी बस्ती में अब सिर्फ मकाँ रहते है,
हम दिवानो का पता पूछना तो पूछना यूँ
जो कही के नही रहते वो कहाँ रहते है.
मनोज मुंतशिर


Shayari of Manoj Muntashir in Hindi

हफ्ते में चार रातें तो ऐसी निकलती है
जब यादें मेरे साथ छतों पर टहलती है
तुम आज भी मेरी नही हो कल भी नही थी
अफवाह है कि किस्मतें एक दिन बदलती है
देखूँ तुम्हें तो पड़ती है दिल में जरा सी ठंड
और फिर महीनों तक मेरी आँखे जलती है
कब तक तेरी यादों से मैं परहेज करूंगा
ये आरिया तो रोज मेरे दिल पे चलती है.
मनोज मुंतशिर


मैंने लहू के कतरे मिटटी में बोये है
खुशबू जहाँ भी है मेरी कर्जदार है,
ऐ वक़्त होगा एक दिन तेरा मेरा हिसाब
मेरी जीत जाने कब से तुझ पे उधार है.
मनोज मुंतशिर


Manoj Muntashir Quotes in Hindi

पिछली कई सदियों से हमने
अपने इतिहास की जमीने लावारिस छोड़ रखी है,
हम इस हद तक ब्रेन ब्रेन वॉशड हो गये
कि अचानक हमारी प्री-प्राइमरी स्कूल की टेक्स्ट बुक
में ग से गणेश की जहग, ग से गधा लिख दिया गया और
हमारे माथे पर बल तक नही पड़ा.
मनोज मुंतशिर


Manoj Muntashir 2 Line Shayari

इन दो लाइन शायरी को मैंने मनोज मुंतशिर की वेबसाइट manojmuntashir.com से लिया है. यह इसलिए बता रहा हूँ कि अगर आप भी लेखन में अपने करियर को बनाना चाहते है तो Manoj Muntashir की बेहतरीन रचनाओं को पढ़े और उनके जीवन और संघर्ष के बारें में जाने.

अच्छा लिखने के लिए इश्क हो जाना जरूरी है,
बहुत अच्छा लिखने के लिए उस इश्क का खो जाना जरूरी है.
मनोज मुंतशिर


कभी खुद्धारी की सरहद ही नहीं लांघते है,
भीख तो छोड़िये, हम हक़ भी नहीं मांगते है.
मनोज मुंतशिर


तू किसी की भी रहे, तेरी याद मेरी है,
अमीर हूँ मैं कि ये जायदाद मेरी है.
मनोज मुंतशिर


मनोज मुंतशिर स्टेटस

अँधेरी रात नहीं लेती नाम ढलने का,
यही तो वक़्त है सूरज तेरे निकलने का.
मनोज मुंतशिर


बयान सच के तराज़ू में तोलता हूँ मैं…
तेरी ख़ुशी के लिए थोड़ी बोलता हूँ मैं ..!!!
मनोज मुंतशिर


Heart Touching Manoj Muntashir Shayari

हवा में घर बनाया था कभी जो,
उसकी के सामने बेबस पड़ा हूँ…
तुम्हारे भीं दरीचा कौन खोले
कई जन्मो से मैं बाहर खड़ा हूँ…!!!
मनोज मुंतशिर


न दिन है न रात है…
कोई तन्हा है न साथ है…
जैसी आँखें वैसी दुनिया..
बस इतनी सी बात है.
मनोज मुंतशिर


Manoj Muntashir Shayari on Mother in Hindi

कल सूरज सर पे पिघलेगा तो याद करोगे,
कि माँ से घना कोई दरख़्त नहीं था…
इस पछतावे के साथ कैसे जियोगे,
कि वो तुमसे बात करना चाहती थी
और तुम्हारे पास वक़्त नहीं था.
मनोज मुंतशिर


Manoj Muntashir Love Shayari in Hindi

सीने के उस कोने में भी तू है, जहाँ दिल होता है…
इतना ज्यादा कोई किसी के अंदर दाखिल होता है..??
भागता फिरता हूँ मैं तुझसे, रोज़ सुबह से शाम तलक…
फिर भी मेरी सांस-सांस में, तू ही शामिल होता है.
मनोज मुंतशिर


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