किताब पर बेहतरीन कविता | Poem on Books in Hindi

Poem on Books in Hindi – किताबें व्यक्ति के जीवन में बड़ा महत्व रखती हैं, ये हम से झूठ नही बोलती हैं. अच्छे वक्त में नम्रता का पाठ पढ़ाती हैं तो बुरे वक्त में धैर्य का ज्ञान देती हैं. कभी-कभी ये किताबें एक नई दुनिया में लेकर चली जाती हैं जहाँ से लौटने का मन नही करता हैं. एक व्यक्ति की सबसे अच्छी दोस्त ये किताबें हैं. किताब पर एक बेहतरीन कविता दी गई हैं आशा करता हूँ कि आपको पसंद आएगी.

किताब पर कविता | Poem on Book in Hindi

काश, जिन्दगी सचमुच किताब होती,
पढ़ सकता मैं कि आगे क्या होगा?
क्या पाऊँगा मैं और क्या दिल खोएगा?
कब थोड़ी ख़ुशी मिलेगी, कब दिल रोयेगा?

काश, जिन्दगी सचमुच किताब होती,
फाड़ सकता मैं उन लम्हों को,
जिन्होंने मुझे रूलाया हैं…
जोड़ता कुछ पन्ने जिनकी
यादों ने मुझे हँसाया हैं…
हिसाब तो लगा पाता कितना
खोया और कितना पाया हैं?

काश, जिन्दगी सचमुच किताब होती,
वक्त से आँखे चुराकर पीछे चला जाता…
टूटे सपनों को फिर से अरमानों से सजाता,
कुछ पल के लिए मैं भी मुस्कुराता,
काश, जिन्दगी सचमुच किताब होती,

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