जिन्दगी क्या है? | Zindagi Kya Hai?

Zindagi Kya Hai | Zindagi Ka Matlab Kya Hai – जिंदगी क्या है? इसे समझने का थोड़ा प्रयास करते है. इंसान सिर्फ जीवन के एक पहलू को देखता है और महत्व देता है. इंसान सुख चाहता है लेकिन दुःख के लिए तैयार नही रहता है. जीवन रुपी सिक्के के दुःख और सुख दो पहलू है. अगर जीवन में एक आएगा तो निश्चित ही दूसरा आएगा.

इंसान अपने जीवन में सफलता चाहता है. लेकिन असफलता के लिए तैयार नही रहता है. सफलता और असफलता जिंदगी के सिक्के के दो पहलू है. जब एक जीवन में आता है तो दूसरा अपने आप ही आ जाता है. अगर इन्सान स्वयं को जिंदगी के दोनों पहलुओं के लिए तैयार रखता है तो वो दुःख, हार और असफलता में निराश नही होगा.

जो लोग कम पैसा खर्च करते है उन्हें हम कंजूस कहते है. लेकिन हम यह सोच ही नही पाते है कि उसे बचत करने में उतनी ख़ुशी मिलती है जितना कोई खर्च करने में खुश होता है. इंसान अपने जीवन में कोई कार्य बिना ख़ुशी के नही करता है. सकारात्मक सोच सुखमय जीवन देती है और नकारात्मक सोच दुखमय जीवन देती है.

Zindagi Kya Hai?

जिन्दगी क्या है
जिन्दगी क्या है? | Zindagi Kya Hai?

जीवन की आधी उम्र तक पैसा कमाया,
पैसा कमाने में इस शरीर को खराब किया,
बाकी आधी उम्र तक उसी पैसे को
शरीर ठीक करने में लगाया
न शरीर बचा, न पैसा.

Jeevan Ki Aadhi Umar Tak Paisa Kamaya,
Paisa Kamane Me Is Shareer Ko Kharab Kiya,
Baki Aadhi Umar Tak Usi Paise Ko
Shareer Theek Karne Me Lagaya
Na Shareer Bacha, Na Paisa.


जिन्दगी क्या है?

Zindagi Ka Matlab Kya Hai
जिन्दगी का मतलब क्या है | Zindagi Ka Matlab Kya Hai

श्मशान के बाहर लिखा था,
मंजिल तो तेरी यही थी,
बस जिन्दगी गुजर गई आते-आते,
क्या मिला तुझे इस दुनिया से
अपनों ने ही जला दिया तुझे जाते-जाते.

Shmashan Ke Bahar Likha Tha,
Manzil To Teri Yahi Thi,
Bas Zindagi Guzar Gai Aate-Aate,
Kya Mila Tujhe Is Duniya Se
Apno Ne Hee Jala Diya Tujhe Jate-Jate.


Zindagi Kya Hai?

जिंदगी का मतलब क्या है
जिंदगी का मतलब क्या है | Zindagi Ka Matlab Kya Hai

दौलत की भूख ऐसी लगी कि कमाने निकल गये,
जब दौलत मिली तो हाथ से रिश्तें निकल गये,
बच्चों के साथ रहने की फुरसत ना मिल सकी
फुरसत मिली तो बच्चे कमाने निकल गये.

Daulat Kee Bhookh Aisee Lagee Ki Kamane Nikal Gaye,
Jab Daulat Milee To Haath Se Rishten Nikal Gaye,
Bachchon Ke Saath Rahane Kee Fursat Na Mil Saki
Fursat Mili To Bachche Kamane Nikal Gaye.


Zindagi Kya Hai Shayari

जिंदगी एक अभिलाषा है,
क्या गजब इसकी परिभाषा है,
जिंदगी क्या है मत पूछो
संवर गई तो तकदीर और
बिखर गई तो तमाशा है.


हासिल-ए-जिन्दगी
हसरतों के सिवा और कुछ भी नही,
ये किया नही, वो हुआ नही
ये मिला नही, वो रहा नही.


धूप में मेहनत करो,
पसीने में नहा कर देखो,
जिंदगी क्या है
किताबों को हटा कर देखो.


Zindagi Kya Hai Status in Hindi

दोस्तों, जिन्दगी क्या है – यह सिर्फ उसे पता है,
जिसे ख़ुशी की चाह नही, जो दुःख में परेशान नही.


जिन्दगी में भरोसा सब पर करो,
लेकिन खुद से ज्यादा भरोसा किसी पर मत करो.


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