Sensex in Hindi ( सेंसेक्स क्या हैं? | What is Sensex? ) – Sensex या BSE Sensex बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक हैं. सेंसेक्स की गणना में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ( Bombay Stock Exchange ) में सूचीबद्ध 30 अच्छी तरह से स्थापित और वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियों के विमुक्त प्रवाह पूंजीकरण को सूचकांक विभाजक से विभाजित कर दिया जाता है. सेंसेक्स को आम भाषा में शेयर बाजार का मापदंड कह सकते हैं.
1 जनवरी 1986 से प्रकाशित, एस एंड पी बीएसई सेंसेक्स ( S&P BSE Sensex ) को भारत में घरेलू शेयर बाजारों की नाड़ी (नब्ज) के रूप में माना जाता है। एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स का आधार मूल्य 1 अप्रैल 1979 को 100 के रूप में लिया गया है और इसका आधार वर्ष 1 978-79 है. 25 जुलाई 2001 को बीएसई ने डॉप्लक्स -30 ( DOLLEX-30 ), एस एंड पी बीएसई सेंसेक्स के एक डॉलर से जुड़ी संस्करण का शुभारंभ किया.
Meaning of Sensex in Hindi – Sensex – सूचकांक या संवेदनशील सूचकांक (सेंसेक्स)
Importance of Sensex | सूचकांको का महत्व
ऐसे माना जाता हैं कि शेयर बाजार ( Share Market ) देश की आर्थिक स्वास्थ को ठीक रखने और उसकी प्रगति बनाये रखने में मुख्य भूमिका निभाता हैं. यह डॉव जोन्स ( Dow Jones ) के 1884 के निर्माण से शुरू होता है. अबतक पूरे विश्व में बहुत सारे शेयर बाजार सूचकांक हैं जिनमें ये कुछ प्रसिद्ध सूचकांक हैं – एस एंड पी ग्लोबल ( S&P Global ), डॉव जोन्स ( Dow Jones ), एफटीएसई ( FTSE ), हांगसेंग एंड निक्केइ (Hongsheng and Nikkei) आदि हैं.
निवेशकों में इसकी अत्यधिक लोकप्रियता हैं परन्तु इनमें कुछ गड़बड़ी, घोटाले, भ्रष्टाचार, जानबूझकर शेयरों के अत्यधिक मूल्य दिखाना आदि बहुत से ऐसे मामले सामने आये जो इसकी लोकप्रियता को थोडा कम कर देते हैं. ऐसी गड़बड़ियों को रोकने के लिए सख्त नियम बनाये गये है. इसके बावजूद शेयर बाजार और उनके सूचकांको का बहुत महत्व हैं. शेयर बाजार अर्थव्यवस्था को जरूरी तरलता उपलब्ध कराते हैं.
सेंसेक्स को कैसे गिनते हैं? | How do you count Sensex?
किसी भी कंपनी ( Company ) के बाजार पूंजीकरण ( Market Capitalization ) का वह हिस्सा जो बिकने के लिए बाजार में उपलब्ध हो सकता है वह फ्री फ्लोट बाजार पूँजी होगी और उसी के आधार पर सेंसेक्स की गणना की जाती है.
Interesting Facts about Sensex | सेंसेक्स के बारे में रोचक तथ्य
- 25 जुलाई 1990 को पहली बार सेंसेक्स 1001 अंकों पर बंद हुआ.
- 1991 में भारत के तत्कालीन वित्त मंत्री “डॉ॰ मनमोहन सिंह” ने आर्थिक उदारीकरण के उपायों की जो घोषणा की थी, उससे आर्थिक गतिशीलता आने लगी थी। 1992-93 में भारतीय बाजार के लिए उपयोगी बजट से आयात-निर्यात की आशाएं बढी ज़िससे मार्च 1992 तक सेंसेक्स में 4000 अंकों का उछाल आया.
- वर्ष 2000 में सूचना प्रौद्योगिकी की अभूतपूर्व प्रगति के साथ-साथ सेंसेक्स 6000 अंक को पार कर गया. वर्ष 2006 के आसपास विदेशी निवेशक भी सक्रिय हो गए जिसके परिणामस्वरूप 8 सितम्बर 2005 को सेंसेक्स 8000 अंक को पार कर गया.
- 7 फ़रवरी 2006 बाम्बे सेंसेक्स का स्वर्णिम दिन रहा और इसने 10,000 का आंकड़ा पार कर गया.
- 29 अक्टूबर 2007 को 20,000 का आंकड़ा भी पार कर गया.
- यह 8 जनवरी 2008 को 21,078 की ऊंचाई तक पहुंच गया.
Speed of Sensex | सेंसेक्स की गति
आधार मूल्य (सेंसेक्स) | तारीख |
---|---|
1000 | जुलाई, 1990 |
2000 | जनवरी, 1992 |
3000 | फरवरी, 1992 |
4000 | मार्च, 1992 |
5000 | अक्टूबर, 1999 |
6000 | फ़रवरी, 2000 |
7000 | जून, 2005 |
8000 | सितंबर, 2005 |
9000 | दिसम्बर, 2005 |
10000 | फरवरी, 2006 |
11000 | मार्च, 2006 |
12000 | अप्रैल, 2006 |
13000 | अक्टूबर, 2006 |
14000 | दिसम्बर, 2006 |
15000 | जुलाई, 2007 |
16000 | सितंबर, 2007 |
17000 | सितंबर, 2007 |
18000 | अक्टूबर, 2007 |
19000 | अक्टूबर, 2007 |
20000 | अक्टूबर, 2007 |
21000 | जनवरी, 2008 |
22,000 | मार्च , 2014 |
23,000 | 9 मई, 2014 |
24,000 | 13 मई, 2014 |
25,000 | 16 मई, 2014 |
26,000 | जुलाई, 2014 |
27,000 | सितम्बर, 2014 |
28,000 | नवम्बर, 2014 |
29,000 | जनवरी, 2015 |
30,000 | मार्च, 2015 |