न्यू शायरी (New Shayari)

ले चला, जान मेरी रूठ के जाना तेरा,
ऐसे आने से तो बेहतर था, न आना तेरा.

ज़रा सी बात पर बरसों के याराने गए
लेकिन इतना तो अच्छा हुआ कुछ लोग पहचाने गए

—-

उसने अपना बनाकर तुमको, सब हाल कह दिया हैं,
तुम भी वही ना करना, जो औरो ने किया हैं.

जो मेरे शहर में रौशनी लाये होंगे,
उन चिरागों ने कई घर भी जलाए होंगे.

शायरी को नजर नही मिलती
मुझको तू ही अगर नही मिलती.

Latest Articles