Mahadevi Verma Quotes Thoughts Suvichar Image Photo in Hindi – इस आर्टिकल में महादेवी वर्मा के सुविचार अनमोल वचन दिए हुए है. इन्हें जरूर पढ़े.
Mahadevi Verma Quotes in Hindi
जो अप्राप्त है, उसे पा लेना कठिन नहीं है.
परंतु जो प्राप्त था, उसे खोकर फिर पाना
अत्यंत कठिन है.
महादेवी वर्मा
प्रतिभा जाति पर निर्भर नहीं करती,
जो परिश्रमी है, वही सब कुछ प्राप्त करता है।
महादेवी वर्मा
मैं किसी कर्मकांड में विश्वास नहीं करती।
मैं मुक्ति को नहीं, इस धूल को अधिक चाहती हूँ।
महादेवी वर्मा
जीवन में कला का सच,
सुन्दरता के माध्यम से व्यक्त
किये गये सच से अखंड होता है।
महादेवी वर्मा
अपनी शक्ति में विश्वास न करने वाला
व्यक्ति अपनी दुर्बलता में विश्वास करता हैं.
महादेवी वर्मा
महादेवी वर्मा के विचार
स्त्री के गुणों का चरम-विकास
समाज के शांतिमय वातावरण में ही है.
Mahadevi Verma
अमरता है जीवन का हास
मृत्यु जीवन का चरम विकास।
Mahadevi Verma
हमारी शिष्टता की परीक्षा तब नहीं हो सकती,
जब कोई बड़ा अतिथि हमें अपनी कृपा का दान
देने घर में आता है, वरन् उस समय होती है,
जब कोई भूला-भटका भिखारी द्वार पर खड़ा होकर
हमारी दया के कण के लिए हाथ फैला देता है ।
Mahadevi Verma
स्नेह ही मनुष्यता के
मन्दिर का एकमात्र देवता है।
Mahadevi Verma
कला मनुष्य के हृदय और बुद्धि को
प्रभावित करके ही उसके कर्म को प्रभावित करती है
और एक-एक को बदल कर ही सबको
बदलने में समर्थ होती है।
Mahadevi Verma
Mahadevi Verma Quotes Hindi Me
ऊँचाई अच्छी है,
पर उस पर धूप, आँधी,
पानी और भी अधिक वेग से
आक्रमण करते हैं.
महादेवी वर्मा
सच है कण का पार न पाया,
बन बिगड़े असंख्य संसार;
पर न समझना देव हमारी
लघुता है जीवन की हार!
महादेवी वर्मा
वास्तविक पवित्रता का प्रमाण
तो यही है कि मलिन-से-मलिन
दृष्टि भी उसका स्पर्श कर पवित्र हो जावे,
इस सत्य को समझना सहज ही नहीं।
महादेवी वर्मा
जानते हो यह अभिनव प्यार
किसी दिन होगा कारागार।
महादेवी वर्मा
नारी अपने सृजन की बाधाएँ
दूर करने के लिए या अपनी कल्याणी
सृष्टि की रक्षा के लिए ही रुद्र बनती है।
महादेवी वर्मा
Quotes By Mahadevi Verma in Hindi
युगों से पुरुष स्त्री को उसकी शक्ति के लिए नहीं,
सहनशक्ति के लिए ही दण्ड देता आ रहा है।
महादेवी वर्मा
आँसू के खारे पानी में डुबाये
बिना सौन्दर्य के चित्र-रंग पक्के नहीं हो सकते,
पर प्रकृति के पास सौन्दर्य है, आँसू नहीं।
महादेवी वर्मा
त्याग हमारी पूर्णता का परिणाम है।
महादेवी वर्मा
स्नेह सब कुछ सह सकता है,
केवल दया का भार नहीं सह सकता।
महादेवी वर्मा
कीचड़ से कीचड़ को धो सकना
न सम्भव हुआ है न होगा;
उसे धोने के लिए निर्मल जल चाहिए।
महादेवी वर्मा
जितने भी दिन जीओ
फूल बनकर जियो,
काँटा बनकर नहीं।
महादेवी वर्मा
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