अपनी इन कातिल मुस्कुराहटो को जरा काबू में रखिए,
दिल-ए-नादान कही इस पर शहीद ना हो जाए.
कोशिश हैं कि आप कभी ना रूठे,
जिन्दगी में आपका साथ कभी ना छूटे.
ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत हैं, सब कहते थे,
जब तुझको देखा ऐ हसीना,
उसी दिन यकीन भी हो गया.
मैं अपनी हज़ार ज़िन्दगी गिरवी रख दूँगा,
तू बता क्या कीमत हैं तेरे मुस्कुराने की.
मरते तो तुझ पे करोड़ो होंगे,
मगर हम तो तेरे साथ मरना चाहते हैं.