बैठता वहीं हूँ, जहाँ अपनेपन का अहसास है मुझको,
यूँ तो जिन्दगी में कितने ही लोग आवज देते हैं मुझको.
गर आवाज तुम्हारी हो तो साज बनूं मैं,
गर धड़कन तुम्हारी हो तो सांस बनूं मैं.
आवाज शायरी
याद आएगी हर रोज मगर तुझे आवाज न दूँगा,
तेरे लिए हर गजल हर शायरी मगर तेरा नाम न लूँगा.
छोटी सी जिन्दगी है, हर बात में खुश रहो,
जो चेहरा पास न हो उसकी आवाज में खुश रहो,
कोई रूठा हो आप से उसके अंदाज में खुश रहों,
जो लौट के नहीं आने वाले उनकी याद में खुश रहों.
कल किसने देखा अपने आज में खुश रहो.
दिल का हाल बताना नहीं आता,
किसी को ऐसे तड़पाना नहीं आता,
सुनना चाहते है एक बार आवाज आपकी
मगर बात करने का बहाना नहीं आता.
आवाज पर शायरी
हर सांस में उनकी याद होती हैं,
मेरी आँखों को उनकी तलाश होती हैं,
कितनी ख़ूबसूरत है चीज ये मुहब्बत
कि दी धड़कने में भी उनकी आवाज होती हैं.
कुछ जलते है तेरी खूबियों पर
कुछ तेरी खामियों पर भी नाज करते है,
अरे लोगों की छोड़ो
खाली लिफाफें हमेशा आवाज करते हैं.
दिल जो टूटा तो… कई हाथ दुआ को उठे,
ऐसे माहौल में अब किसको पराया समझें.
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