यशु जान की गजल | Yashu Jaan Ki Gazal

Yashu Jaan Gazal – यशु जान जालंधर पंजाब के युवा कवी हैं और हिंदी , पंजाबी , उर्दू और अँग्रेज़ी में लेख़ , कविताएँ , ग़ज़लें इत्यादि लिख़ते हैं. युवा कलमकार की कलम से लिखी कुछ पक्तियां दी गयी है. आशा करता हूँ आपको पसंद आएँगी.

दो – चार सवालात

बहुत वक़्त ग़ुज़र गया था उनसे बात किए ,
मैंने चाँद से तब दो चार सवालात किए

हम दोनों के बीच आज आए ना कोई भी ,
सितारे ज़मीं पर फ़िर मैंने उस रात किए

वो जानते नहीं थे शुरुआत कहाँ से होगी ,
तब जाकर मैंने कुछ तरीके ख़ैरात किए

साँसों में साँस थी उनके बर्फ़ीला मौसम था,
क्या बताऊँ किस तरह से काबू जज़्बात किए

बेशर्मी की हद ने भी शर्माकर पूछ लिया ,
बता क्या – क्या कारनामे उसके साथ किए

दूर उनसे रहकर दिल अब तबाह हो गया ,
ख़ुदा क्यों तूने इस तरह के हालात किए


तर्क – वितर्क

मुश्क़िलों को समझें तर्क – वितर्क करें ,
मज़हबों में नहीं सोच में फ़र्क़ करें

कोहिनूर भी किसी ने चुरा लिया था ,
कमाई दौलत को समझकर ख़र्च करें

मंज़िलें , क़ामयाबी भी तब ही मिलेगी ,
चलने से पहले अपना इरादा ज़र्फ़ करें

पर जहाँ पर भी आए दिल का मामला ,
ख़ुद को नहीं आँखों को सतर्क करें

फ़िर भी किसी को दिक़्क़त परेशानी आए ,
घबराएं नहीं सीधा हमसे संपर्क करें


यशु जान
सम्पर्क : 9877874659

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