अन्तराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस | The International Day of Older Persons

International Day of Older Persons in Hindi (अन्तराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस ) – हर साल 01 अक्टूबर को मनाया जाता हैं. इस दिवस को इसलिए मनाया जाता हैं ताकि वृद्धजन के प्रति प्यार, सम्मान और उनकी देखभाल को लेकर लोग जागरूक हो. बुजुर्गो को प्रभावित करने वाले मुद्दे और दुर्व्यवहार जैसी समस्या समाज में न हो.

शहरों में Old Age Home, Old Age Caretaker और अन्य बुजुर्गो से सम्बंधित बिज़नस शुरू हो रहे हैं क्योकि आज का परिवार अपने बुजुर्गो का ख्याल रखने में असमर्थ हैं, बुजुर्गों का ख्याल रखने के लिए जगह-जगह NGO (Non Government Organization) खुल रहे हैं जो अच्छा खासा बिज़नस कर रहे हैं. इस बदलते नजरियें के मुख्य कारण निम्न हैं.

  1. – परिवार की आर्थिक स्थित ठीक न होना भी एक ऐसा कारण हैं जिसकी वजह से बुजुर्गो के स्वास्थ और उनकी जरूरतों को पूरा करना उतना अहम नही समझा जाता हैं जिसकी वजह से परिवार में बुजुर्ग उपेक्षा के शिकार होते हैं.
  2. परिवार की आर्थिक स्थित अच्छी हैं और परिवार के सभी सदस्य अपने बिज़नस या कार्य में व्यस्त रहते हैं जिसकी वजह से बुजुर्गों पर ध्यान देना मुश्किल होता हैं और ऐसे ही लोग प्रोफेशनल सेवाएँ लेते हैं. ऐसे लोग अपने बुजुर्गो को वृद्धा आश्रम में भेज देते हैं या घर में ही एक केयरटेकर रखकर देखभाल करवाते हैं जिसका प्रभाव मानसिक रूप से बुजुर्गो पर पड़ता हैं. जैसे एक बच्चे को माँ-बाप की जरूरत होती हैं, ठीक वैसे ही एक बुजुर्ग को उनके बच्चो की जरूरत होती हैं. वो पाने बच्चो से प्यार चाहते हैं, वो अपने बच्चो से सम्मान चाहते हैं.
  3. कई देशो में यह एक बहुत बड़ी समस्या हैं और धीरे-धीरे यह समस्या भारत जैसे देशो में भी फ़ैल रही हैं. नैतिकता का पतन होने की वजह से भी लोग बुजुर्गो का सम्मान और आदर नही करते हैं.
  4. बुजुर्गों का मानसिक या शारीरिक रूप से घर के व्यक्तिओ के द्वारा ही शोषण किया जाता हैं और कई बार कम्युनिकेशन गैप होने की वजह से घर वाली को इस बात का पता भी नही चलता हैं. खुद को जागरूक कर और अपने बच्चे की तरह ही अपने बुजुर्गो का भी ख्याल रखे.

बुजुर्गों के प्रति परिवार और समाज का व्यवहार उदार होना चाहिए. उनकी छोटी बड़ी जरूरते पूरी होनी चाहिए. जब परिवार में कोई एक भी व्यक्ति दुखी हो तो वो परिवार कभी भी सुख, शांति और समृद्ध नही हो सकता हैं. प्रत्येक व्यक्ति को बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए क्योकि वो जैसा व्यवहार आज अपने बुजुर्गो से करेंगे वैसा ही व्यवहार वह बुजुर्ग होने पर खुद पायेगा.

Old Age Shayari | बुढ़ापा पर शायरी | Shayari on Budhapa

बूढ़ों के साथ लोग कहाँ तक वफ़ा करें,
बूढ़ों को भी जो मौत न आए तो क्या करें.
अकबर इलाहाबादी


उन बूढ़ी बुजुर्ग उँगलियों में कोई ताकत तो ना थी,
मगर मेरा सर झुका तो काँपते हाथों ने जमाने भर की दौलत दे दी.


कई दर्द के पहाड़ उन पर टूटते देखा,
पर उनको कभी नहीं टूटते देखा.


बुढ़ापे में तुम को फिर से देखा, दीवार की ओट से,
जिन्दगी फिर मुस्कुरा उठी नजरों की चोट से.


नोट – इस पोस्ट को लिखने का मुख्य अभिप्राय यह है कि आप बुजुर्गो का सम्मान जरूर करे.

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