गरीबी शायरी | गरीब शायरी | Poor Shayari | Garibi Shayari in Hindi

Garibi Poor Poverty Shayari Status in Hindi for Whatsapp and Facebook – इस आर्टिकल में बेहतरीन गरीब गरीबी शायरी स्टेटस दिए हुए है. इसे जरूर पढ़े और शेयर करें.

गरीबी के अभिशाप है जिसमें इंसान हर तरह की बुरे कार्य करने को तैयार हो जाता है. गरीबी को मिटाने का एक ही तरीका है. वो है शिक्षा. गरीबों को शिक्षित और रोजगार देकर गरीबी को मिटाया जा सकता है. पर अब रोजगार के भी लाले पड़े ही हैं. आज के दौर में शिक्षित लोगो को भी रोजगार नहीं मिल रहा है.

इंसान धीरे-धीरे मशीन युग की तरफ बढ़ रहा है. जहाँ इंसान की जगह मशीने काम कर रही है. यह गरीबी और बेरोजगारी को और भी बढ़ाएगा. गरीबी लगभग हर युग में रहा है. गरीबी हर देश में रहा है. मेरी समझ से इसे पूरी तरह खत्म कर पाना असम्भव है.

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Garibi Shayari

गरीबों के घर जो मेहमान आते है,
उनकी स्वागत में पलकें बिछायें जाते है.


दौलत है फिर भी अमीर नहीं लगते हो,
क्योंकि आप गरीबों-सी सोच रखते हो.


सर्दी, गर्मी, बरसात और तूफ़ान मैं झेलता हूँ
गरीब हूँ… खुश होकर जिंदगी का हर खेल खेलता हूँ.


गरीबों के बच्चे भी खाना खा सके त्यौहारों में,
तभी तो भगवान खुद बिक जाते है बाजारों में.


तुम रूठ गये थे जिस उम्र में खिलौना न पाकर,
वो ऊब गया था उस उम्र में पैसा कमा-कमा कर.


Garibi Shayari in Hindi

अमीरों के शहर में ही गरीबी दिखती है,
छोड़ दो ऐसा शहर जहाँ हवा बिकती है.

तहजीब की मिसाल गरीबों के घर पे है,
दुपट्टा फटा हुआ है मगर उनके सर पे है.


खुदा ने बहुत कुछ छीना है मुझसे,
लगता है वो गरीब ज्यादा है मुझसे.


Garibi Status

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जिन बच्चों के सिर से माँ-बाप का साया हट जाता है,
उन्हें ऐसे हालात में देखकर कलेजा मेरा फट जाता है.


गरीबी का एहसास जब दिल में उतर जाता है,
गरीब का बच्चा जिद करना भी भूल जाता है.


गरीब के गुनाहों का हिसाब क्या खुदा लेगा,
जिसने गिन-गिन कर पूरी जिन्दगी रोटी खाई हो.


जिन अखबारों को रद्दी समझकर फेक देते है,
कुछ बदनसीब नींद के लिए बिछौना बना लेते है.


Garibi Status in Hindi

जो गरीबी में एक दिया न जला सका,
एक अमीर का पटाखा उसका घर जला गया.


शाम को थक कर टूटे झोपड़े में सो जाता है,
वो मजदूर, जो शहर में ऊँची इमारते बनाता है.


अमीर की बेटी पार्लर में जितना दे आती है,
उतने में गरीब की बेटी अपने ससुराल चली जाती है.


कभी आसमान में घटाएं तो कभी दिन सुहाने है,
मेरी मजबूरी तो देखो बारिश में भी मुझे कागज कमाने है.


गरीबी शायरी

कहीं बेहतर है तेरी अमीरी से मुफलिसी मेरी,
चंद सिक्कों की खातिर तू ने क्या नही खोया है,
माना नही है मखमल का बिछौना मेरे पास,
पर तू ये बता कितनी रातें चैन से सोया है.


उन घरों में जहाँ मिटटी के घड़े रहते है,
कद में छोटे मगर लोग बड़े रहते है.


अब मैं हर मौसम में खुद को ढाल लेता हूँ,
छोटू हूँ… पर अब मैं बड़ो का पेट पाल लेता हूँ.


अमीरी नशा करके पड़ा है कचरे के ढेर में,
गरीबी रोटी ढूँढने निकला है कचरे के ढेर में.


गरीब शायरी

न जाने वो किस खिलौने से खेलता है,
गरीब का बच्चा जो पूरे दिन मेले में गुब्बारें बेचता है.


इक गरीब दो रोटी में पूरा जीवन गुजार देता है,
वो ख्वाहिशों को पालता नहीं है… उन्हें मार देता है.


भूख ने निचोड़ कर रख दिया है जिन्हें,
उनके तो हालात न पूछो तो अच्छा है,
मजबूरी में जिनकी लाज लगी दांव पर
क्या लाई सौगात न पूछो तो अच्छा है.


वो मंदिर का प्रसाद भी खाता है,
वो गुरूद्वारे का लंगर भी खाता है,
वो गरीब भूखा है साहब उसे
कहाँ मजहब समझे में आता है.


गरीबी शायरी इन हिंदी

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फेक रहे हो खाना क्योकि रोटी थोड़ी सूखी है,
इज्जत से फेकना साहेब मेरी बेटी कल से भूखी है.


जब भी मुस्कुराते हुए देखता हूँ
भूख से लड़ते परेशान गरीब को,
पैसे और ख़ुशी का कोई ताल्लुक नहीं,
ये समझाये कौन किसी अमीर को.


जनाजा बहुत भारी था उस गरीब का,
शायद सारे अरमान साथ लिए जा रहा था.


Poor Shayari

रोज शाम मैदान में बैठ
ये कहते हुए एक बच्चा रोता है,
हम गरीब है इसलिए
हम गरीब का कोई दोस्त नहीं होता है.


घर में चूल्हा जल सके इसलिए कड़ी धूप में जलते देखा है,
हाँ, मैंने गरीब की सांस को गुब्बारों में बिकते देखा है.


वो जिनके हाथों में हर वक्त छाले रहते है,
आबाद उन्हीं के दम पर महल वाले रहते है.


Poor Shayari in Hindi

ऐ खुदा अब बना दे नया इक जहाँ,
मिल सके मुफलिसों को भी रोटी जहाँ.


दफन करते है कुछ ख्वाहिशें रोज अपनी,
हाँ, गरीब के ख्वाब अक्सर पूरे नहीं होते.


भूखे की थाली में भी अनाज होना चाहिए,
साहब !!! गरीबों के लिए भी जिहाद होना चाहिए.


Poverty Shayari in Hindi

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अमीरी ने सिखाया जीना दौलत तोल के,
मुफलिसी ने सिखाया जीना मीठा बोल के.


उस मासूम की रोटी की आखिरी उम्मीद तब टूटी,
जब बड़े साहब ने चढ़ा कर सीसा कार आगे बढ़ा दी.


मैंने टूट कर रोते देखा नसीब को,
जब मुस्कुराते देखा मासूम गरीब को.


Garibo Ki Shayari

उस गरीब ने अपने फटे कपड़े को पूरे ढंग से सिला,
पर वो अपनी फटी किस्मत को न सिल सका.


खुदा का दिल भी सुकून पाता होगा,
जब कोई गरीब खुलकर मुस्कुराता होगा.


गरीबो की शायरी

यूँ ना झाँका करो किसी गरीब के दिल में,
वहाँ हसरतें बेलिबास रहा करती है.


सुला दिया माँ ने भूखे बच्चे को ये कहकर,
परियाँ आएँगी सपनों में रोटियाँ लेकर.


Garib Love Shayari in Hindi

कैसे मुहब्बत करूँ बहुत गरीब हूँ साहब,
लोग बिकते है और मैं खरीद नही पाता हूँ.


गरीबी माँ का आँचल देती है,
और अमीरी महलो की तन्हाई.


गरीब पूरी जिन्दगी मुहब्बत को लुटाता है,
अमीर सच्ची मुहब्बत पाने को तरस जाता है.


गरीब का प्यार शायरी

माना वो गरीब है, थोड़ी गन्दी उसकी बसती है,
पर सच्ची मुहब्बत उसके ही दिल में बसती है.


अमीरी मोहब्बत को इज्जत नही देती है,
कभी गरीबों से इश्क़ करके जरूर देखना.


कैसे मुहब्बत करूँ बहुत गरीब हूँ साहब,
लोग बिकते है और मैं खरीद नहीं पाता हूँ.


गरीबी पर दोहे

गरीबो को गले लगाता कौन है,
उनके दर्द में आँसू बहाता कौन है,
उनकी मौत पर सियासत छिड़ जाती है,
उनके जीते जी इज्जत दिलाता कौन है.


दिमागी रूप से जो गरीब हो जाते है,
वही गरीबों का मजाक उड़ाते है.


मेरी गरीबी का मजाक कब तक बनाओगे,
अपनी नाकमयाबी को कब तक छुपाओगे.


Garibi Quotes in Hindi

उसकी गरीबी और भूख का कोई अंदाजा तो लगाएं,
उसकी पीठ आतों से जाकर सटी हुई है.


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