Earth History in Hindi – पृथ्वी एक मात्र वह स्थान हैं जहाँ जीवन संभव हैं जिस पर हम (मनुष्य, विभिन्न जानवर, पेड़-पौधे अदि) रहते हैं जिसपर इनके लिए जीवन संभव हैं. जिसे हम विश्व ( The World ) कहते हैं.
पृथ्वी एक संस्कृत शब्द हैं जिसका अर्थ “एक विशाल धरा” होता हैं. पौराणिक कथा के अनुसार, राजा पृथु के नाम पर इसका नाम पृथ्वी रखा गया. पृथ्वी के अन्य नाम – धरा, भूमि, धरित्री, रसा, रत्नगर्भा आदि हैं. इसे अंग्रेजी में Earth (अर्थ) और लैटिन भाषा में Terra (टेरा) कहा जाता हैं.
पृथ्वी की रचना में नीचे दिए गये तत्वों का योगदान है –
- आयरन – 34.6%
- आक्सीजन – 29.5%
- सिलिकन – 15.2%
- मैग्नेशियम – 12.7%
- निकेल – 2.4%
- सल्फर – 1.9%
- टाइटेनियम – 0.05%
- शेष अन्य
Interesting Facts About Earth | पृथ्वी के बारें में रोचक तथ्य
- यह आकार में “5वां” सबसे बड़ा ग्रह हैं और सौरमंडल का इकलौता ग्रह हैं जहाँ पर जीवन संभव हैं.
- साक्ष्य और अन्य स्रोतों के अनुसार, पृथ्वी की आयु लगभग 4.54 बिलियन साल हैं
- पृथ्वी की आतंरिक संरचना शल्कीय अर्थात परतों के रूप में है जैसे प्याज के छिलके परतों के रूप में होते हैं.
- पृथ्वी अपना अक्ष पर पश्चिम से पूर्व 1610 किमी प्रतिघंटा की चाल से 23 घंटे 56 मिनट और 4 सेकेंड में एक पूरा चक्कर लगाती हैं. पृथ्वी की एक गति को घूर्णन या दौनिक गति कहते हैं. इस गति के कारण ही दिन-रात होता हैं.
- आकर और बनावट की दृष्टि से पृथ्वी “शुक्र” के समान हैं.
- पृथ्वी और चंद्रमा के बीच गुरुत्वाकर्षण के कारण समुद्र में ज्वार-भाटे आते है, यह पृथ्वी को इसकी अपनी अक्ष पर स्थिर करता है, तथा इसकी परिक्रमण को धीमा कर देता है.
- जल की उपस्थिति के कारण इसे नीला ग्रह भी कहा जाता हैं.
- पृथ्वी की आकृति अंडाकार हैं.
- पृथ्वी की कुल सतह क्षेत्र लगभग 510 मिलियन वर्ग किमी (197 मिलियन वर्ग मील) में है.
- पृथ्वी के वातावरण मे 77% नाइट्रोजन, 21% आक्सीजन, और कुछ मात्रा मे आर्गन, कार्बनडाई आक्साईड और जल वाष्प है.
- इसका विषुवतीय व्यास 12,756 किमी और ध्रुवीय व्यास 12,714 किमी हैं.
- पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में 365 दिन, 5 घंटे, 58 मिनट, 46 सेकेंड (लगभग 365 दिन 6 घंटे) का समय लगता हैं. सूर्य के चतुर्दिक पृथ्वी के इस परिक्रमा को पृथ्वी की वार्षिक गति अथवा परिक्रमण कहते हैं. पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगे समय को “सौर वर्ष” कहा जाता हैं. प्रत्येक सौर वर्ष, कैलेंडर वर्ष से लगभग 6 घंटे बढ़ जाता हैं, जिसे हर चौथे वर्ष में लीप वर्ष बनाकर समायोजित किया जाता हैं. लीप वर्ष 366 दिन का होता हैं, जिसके कारण फ़रवरी माह 28 दिन की बजाय 29 दिन का होता हैं.
- पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन, इसकी अक्ष पर झुके होने के कारण तथा सूर्य के सापेक्ष इसकी स्थिति में परिवर्तन यानि वार्षिक गति के कारण होता हैं. वार्षिक गति के कारण ही पृथ्वी पर दिन-रात छोटा बड़ा होता हैं.
- पृथ्वी का अक्ष इसकी कक्षा के सापेक्ष 66.5 अंश का कोण बनाती हैं.
- सूर्य के बाद पृथ्वी के सबसे निकट का तारा “पॉक्सिमा सेंचुरी” हैं, जो अल्फ़ा सेंचुरी समूह का एक तारा हैं. यह पृथ्वी से 4.22 प्रकाश वर्ष दूर हैं.
- पृथ्वी का एक मात्र उपग्रह चंद्रमा हैं.