महान वैज्ञानिक सी. वी. रमन की जीवनी | C.V. Raman Biography

CV Raman in Hindiसीवी रमन ( CV Raman ) का पूरा नाम चन्द्रशेखर वेंकटरमन ( Chandrasekhara Venkata Raman ) हैं.  भारत के महान वैज्ञानिक रमन जी ने “रमन इफ़ेक्ट ( Raman effect )” की खोज की जिसके कारण इन्हें और भारत को पूरे विश्व में प्रसद्धि मिली. इनकी इस खोज के लिए  1930 ई. में इन्हें नोबेल पुरस्कार ( Nobel Prize ) से सम्मानित किया गया था. विज्ञान के क्षेत्र में इस तरह का पुरस्कार पाने वाले प्रथम भारतीय बन गये थे. 1954 ई. में उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत रत्न ( Bharat Ratna ) की उपाधि से सम्मानित किया गया.

सीवी रमन की जीवनी हिंदी में | CV Raman Biography in Hindi

नाम – चन्द्रशेखर वेंकटरमन या सी.वी. रमन ( Chandrashekhara Venkata Raman or CV Raman )
जन्म – 07 नवम्बर, 1888
जन्म स्थान –  तिरुचिरापल्‍ली, तमिलनाडु, भारत
मृत्यु – 21 नवम्बर, 1970 (82 साल के उम्र में )
मृत्यु स्थान – बंगलुरु, कर्नाटक, भारत
राष्ट्रीयता – भारतीय
शिक्षा –  प्रेसीडेंसी कॉलेज
प्रसद्धि का कारण – रमन इफ़ेक्ट ( Raman Effect )
पिता – चन्द्रशेखर अय्यर
माता – पार्वती अम्मल
सम्मान एवं पुरस्कार – नाईट बैचलर, भौतिकी में नोबेल पुरस्कार, भारत रत्न और लेनिन शांति पुरस्कार

चन्द्रशेखर वेंकट रमन ( Chandrasekhara Venkata Raman ) का जन्म 7 नवम्बर, 1888 ई में  तिरुचिरापल्‍ली नामक स्थान में हुआ था. यह स्थान तमिलनाडु, भारत में हैं. इनके पिता चन्द्रशेखर अय्यर एस. पी. जी. कॉलेज में भौतिकी के प्राध्यापक थे. इनकी माता का नाम पार्वती अम्मल था. चन्द्रशेखर वेंकट रमन जब 4 वर्ष के थे तब इनके पिता विशाखापतनम के श्रीमती ए. वी.एन. कॉलेज में भौतिकी और गणित के प्राध्यापक बने. चन्द्रशेखर वेंकट रमन की प्रारम्भिक शिक्षा  विशाखापत्तनम में ही हुई.

शिक्षा | Education

चन्द्रशेखर वेंकटरमन एक अत्यंत उत्साही, परिश्रमी और मेधावी छात्र थे. 12 वर्ष की अल्प आयु में ही मट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली और 19 वर्ष की आयु में उन्होंने प्रथम श्रेणी में भौतिकी से एम.ए. की परीक्षा पास की थी. इनके पिता उच्च शिक्षा के लिए इन्हें विदेश भेजने वाले थे, परन्तु चन्द्रशेखर वेंकटरमन के स्वास्थ को देखते हुए एक ब्रिटिश डॉक्टर ने विदेश न भेजने का परामर्श दिया, इलिए इन्हें स्वदेश में ही अध्ययन करना पड़ा.

सम्मान एवं पुरस्कार | Honours and Awards

  • 1930 ई. में – नोबेल पुरस्कार “रमन प्रभाव (Raman Effect)” के लिए
  • 1954 ई. में – भारत सरकार द्वारा “भारत रत्न” की उपाधि से सम्मानित किया गया.
  • 1957 ई. में – लेनिन पुरस्कार
  • 28 फ़रवरी, 1928 को चन्द्रशेखर वेंकट रमन ने ‘रमन प्रभाव’ की खोज की थी जिसकी याद में प्रत्येक वर्ष इस दिन भारत में ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ के रूप में मनाया जाता हैं.

नोट – इसमें अधिक्तर तथ्य विकिपीडिया और अन्य वेब रिसोर्सेज से लिए गये हैं.

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