जीवन में प्रत्येक व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर प्रयास करता हैं परन्तु कुछ लोगो को सफलता मिलती है और कुछ लोगो को नही, इसलिए अपने जीवन में ख़ुद को चुनौती दे और ख़ुद को बेहतर बनाए. यदि हम अपने लक्ष्य से दूर हैं तो उसकी वजह हमारी कमियाँ हैं. इस बात को आप समझे और जो सही हैं उसको अपने जीवन में लाएँ.
सोच
जब आप किसी लक्ष्य या किसी चीज के बारे में जरूरत से ज्यादा सोचते हैं तो आप ख़ुद को चुनौती दे और एक कदम आगे बढ़ाये. उसे सोच तक सीमित न रखे. यही आपकी सफलता का कारण बनेगा. जिस दिन से आप अपनी सोच को क्रियान्वित कर दिया उस दिन आप बड़े से बड़े कार्य को भी आसानी से कर सकते हैं. आपकी सोच और आपके निर्णय ही आपके जीवन के लक्ष्य को निर्धारित करती हैं, इसलिए बड़ा लक्ष्य बनाए और हमेशा सकारात्मक सोचे. आप खुद को चुनौती दे कि आप जो सोचते हैं उसे जरूर करेंगे.
2 विकल्प
जब आपके सामने दो विकल्प हो तो आप ख़ुद को चुनौती दे और जो विकल्प कठिन हो, उसे चुने. इससे आप बहुत कुछ सीखेंगे और अपने लक्ष्य को थोड़े परिश्रम के बाद आसानी से पा सकेंगे. यदि आप आसन विकल्प चुनते हैं तो आप जीवन में कुछ ज्यादा नही सीख पाएंगे.
नया करने वाले हो
यदि आप कुछ नया करने के लिए सोच रहे हैं तो आप ख़ुद को चैलेंज करे कि इस कार्य को मैं पूर्ण उत्साह और समर्पण के साथ करूँगा. इसके साथ-साथ मैं अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखूँगा.
गलती करने पर
जब आप किसी कार्य को करने में कोई गलती कर दे तो ख़ुद को चुनौती दे और अपनी गलती से सीखे. गलतियों के लिए ख़ुद को या किसी दुसरे को दोषी न ठहराए. गलतियों से सीख ले और आगे बढे. बहुत से लोग किसी गलती के हो जाने पर ख़ुद को या दूसरो को दोष देने में ज्यादा समय बर्बाद कर देते हैं और लक्ष्य को पीछे छोड़ देते है.
संतुलित जीवन
ज्यादातर असफलता का कारण असंतुलित लाइफ स्टाइल भी हैं. कुछ लोग पढाई करते हैं तो बस वो पढाई ही करते हैं. आप अपने जीवन में किसी एक चीज पर बहुत ज्यादा फोकस करेंगे तो दूसरा छूट जाएगा. आप खुद को चुनौती दे कि यदि आप पढाई कर रहे हैं तो आप स्वास्थ का भी ध्यान रखेंगे. आप ख़ुद को चैलेंज करे कि आप थोड़ा समय घूमने या मनोरंजन के लिए भी निकालेंगे. इससे भी आपको बहुत सारी जानकारी भी मिलती हैं और आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होंगे.
आपका व्यवहार
यदि कोई व्यक्ति आप से बुरा व्यवहार करता हैं तो आप ख़ुद को चुनौती दे कि उसके साथ दया और सम्मान पूर्वक बात करेंगे. यह करना बहुत ही कठिन होता हैं लेकिन जिस दिन आप इसे कर देंगे उस दिन यह समझ लीजिये कि आप अपने लक्ष्य के बहुत क़रीब हैं. इससे आपका मानसिक संतुलन बहुत अच्छा रहेगा और आप अपना पूरा ध्यान लक्ष्य के प्रति समर्पित कर पायेंगे.
दूसरो के प्रति सोच
कई बार हम दूसरो के बारे में जरूरत से ज्यादा सोचते हैं कि उसका बिज़नस बहुत अच्छा है और वह बहुत ज्यादा पैसे कमाता हैं या वह इतने बड़े पोस्ट पर हैं. ऐसा सोच कर आप पाने अंदर केवल हीन भावना ला सकते हैं. इससे आपको कोई फ़ायदा नही होने वाला इसलिए आप ख़ुद के कार्य पर ध्यान दे.
उदाहरण के लिए – अगर आपको लगता हैं कि पड़ोसी के खेत के फ़सल बहुत हरे-भरे है तो आप अपने खेत को पानी दे आपके खेत का भी फ़सल हरा-भरा होगा.