16 Best Chanakya Quotes for Sutdent in Hindi – चाणक्य को ही कौटिल्य या विष्णु गुप्त के रूप में जानते है. वह एक भारतीय शिक्षक, दार्शनिक , अर्थशास्त्री और राजनीती विज्ञान के विद्वान और शाही सलाहकार थे. हम चाणक्य के 16 चाणक्य नीति के बारे में बात करेंगे जोकि हर किसी व्यक्ति को जरूर जानना चाहिए. चाणक्य ने भारत में मौर्य साम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. इसके अलावा, मौर्य साम्राज्य के प्रबंधन में भी महत्वपूर्ण भूमिका थी.
आर्थिक नीति और सैन्य रणनीतियों, अर्थशास्त्र (धन का विज्ञान) चाणक्य ने कई ग्रन्थ लिखे. चाणक्य को भारत का महान विचारक और राजनयिक माना जाता है. कौटिल्य अर्थशास्त्र में, चाणक्य ने 6000 सूत्रों में अपने आजीवन कार्य को लिखा है, इनके अच्छे सिद्धांतों और रणनीतियों का प्रयोग आज भी होता हैं और भविष्य में भी होंगे.
16 चाणक्य नीति (16 Chanakya Quotes)
- ज्ञान (शिक्षा) सबसे अच्छा दोस्त होता है. एक शिक्षित व्यक्ति को हर जगह सम्मान मिलता है. यौवन और सुन्दरता से भी ज्यादा शिक्षा का महत्व होता है.
- फूलो की खुशबू उसी दिशा में फैलती है जिस दिशा में हवा चलती है परन्तु एक अच्छे व्यक्ति के अच्छे कार्य चारो दिशाओं में फैलते है.
- एक व्यक्ति को बहुत ईमानदार नही होना चाहिए क्योकि सीधे पेड़ को सबसे पहले काटा जाता है.
- किसी कार्य को आरम्भ करे तो विफलता से डरो मत और उसे छोड़ो मत. जो व्यक्ति ईमानदारी से अपने कार्य को करते है वो निश्चित ही खुश होते है और ख़ुशी ही सफलता का दूसरा रूप होता है.
- हर दोस्ती के पीछे कुछ स्व-हित (स्वार्थ) होता है बिना स्व-हित (स्वार्थ) के कोई दोस्ती नही होती है. यह एक कड़वा सच है.
- यदि आप ज्ञान की तलाश कर रहे है, तो आराम पाने की आशा को छोड़ दें.
- किसी मूर्ख व्यक्ति को सलाह देना और उसके साथ रहना दोनों ही मूर्खतापूर्ण है.
- अपमानित होकर जीने से अच्छा मरना होता हैं. जीवन की एक हानि एक पल का दुःख देती है, परन्तु अपमान व्यकित को जीवन भर हर दिन दुःख देता है.
- काम को शुरू करने से पहले अपने आप से तीन प्रश्न पूछिए – #1 – मैं यह क्यों कर रहा हूँ? #2 परिणाम क्या हो सकता है? #3 मैं इसमे सफल हो सकता हूँ? इन प्रश्नों पर गहराई से सोचे और अगर आप अपने उत्तर से खुद को संतुष्ट कर देते है तो आप अपने कार्य को शुरू करे.
- व्यक्ति को जीवन में चार चीजों के लिए जरूर प्रयास करना चाहिए – धर्म, अर्थ (धन), काम (आनंद) और मोक्ष (मोक्ष). जिस व्यक्ति ने इन चीजों में से किसी एक के लिए भी कष्ट नहीं उठाया हो,उसका जीवन व्यर्थ है.
- सबसे बड़ा गुरु मंत्र है: अपने रहस्य को किसी के साथ साझा न करे. यदि आप अपने रहस्य को रहस्य नही रख सकते है, तो दुसरे व्यक्ति से इसकी अपेक्षा मूर्खतापूर्ण है. आप को इससे हानि हो सकती है.
- जो बीत गया, सो बीत गया. यदि आपसे कोई गलत काम हुआ हो या कोई हानि हुई हो, तो उसकी चिंता न करते हुए. वर्तमान को सुधारकर भविष्य को संवारना चाहिए.
- यदि कोई साँप जहरीला नही हैं, तब भी उसे फुफकारना नही छोड़ना चाहिए. इसी तरह यदि कोई व्यक्ति कमजोर है तो उसे खुद को ताकतवर प्रदर्शित करना चाहिए.
- लालची व्यक्ति को वस्तु भेंट करके संतुष्ट करें. एक कठोर (ताकतवर) व्यकित को हाथ जोड़कर संतुष्ट करें. एक मूर्ख व्यक्ति को सम्मान देकर संतुष्ट करें. एक विद्वान् व्यक्ति को सच बोलकर संतुष्ट करें.
- मनुष्य के जन्म बड़े सौभाग्य से मिलता है, इसलिए शिक्षा जरूर प्राप्त करे और वेदादि शास्त्रों के अध्यन करे और अच्छे कार्य करे.
- संसार में न कोई तुम्हारा शत्रु है न कोई तुम्हारा मित्र है, इसके लिए हमारे विचार ही उत्तरदायी होते है.