इसरो (ISRO) – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, भारत का राष्ट्रीय अन्तरिक्ष संसथान हैं जिसका मुख्य केंद्र बेंगलुर कर्नाटक हैं. इस संस्थान का प्रमुख कार्य, भारत के लिए अंतरिक्ष तकनीकी विकसित करना हैं. इसरो के अन्तरिक्ष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सैटेलाइट्स (Satellites), लांचरस (Launchers), पेरिफेरल रॉकेट्स (Peripheral Rockets), और लैंड सिस्टम्स (Land Systems) तकनीकी विकसित करना हैं.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization)
- इसरो अंतरिक्ष अनुसन्धान की स्थापना 1969 में हुआ था.
- आर्यभट्ट भारत का पहला उपग्रह, जिसे 19 अप्रैल 1975 में सोवियत संघ द्वारा शुरू किया गया था. इस उपग्रह का नाम भारत के महान गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था.
- इस संस्थान (इसरो) में लगभग 17,000 कर्मचारी और वैज्ञानिक कार्य करते हैं.
- जून 2016 तक, इसरो लगभग 20 अलग-अलग देशों के 57 उपग्रहों को लॉन्च कर चुका हैं और इससे 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर कमाए भी हैं.
- इसरो को शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए साल 2014 के इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया
- मंगल आर्बिटर मिशन के सफलता ने पूरे विश्व में इतिहास रच दिया. 24 सितम्बर 2014 को मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश पर , भारत अपने पहले ही प्रयास में सफ़ल होने वाला पहला राष्ट्र बन गया.
- अंतरिक्ष में भारत की सबसे बड़ी कामयाबी, इसरो ने एक साथ 104 सैटेलाइट का प्रक्षेपण कर इतिहास रचा.
- इसरो ने 1980 में, रोहिणी उपग्रह पहला भारत निर्मित प्रक्षेपण यान SLV-3, जिसे कक्षा में स्थापित किया गया.
- होमी जहांगीर भाभा को, भारतीय परमाणु कार्यक्रम का जनक माना जाता हैं.
- 5 मई 2017 को दक्षिण एशिया उपग्रह को श्रीहरिकोटा उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से प्रक्षेपित किया गय. इस उपग्रह में पाकिस्तान को छोड़कर अन्य सभी सार्क देशों के लिए यह एक उपहार के समान था इस उपग्रह के द्वारा पडोसी देशों से हॉटलाइन से जल्दी संपर्क बनाने, टी.वी. प्रसारण, भारतीय सीमा पर हलचल को रोकना आदि कार्य किया जा सकता है.
इसरो का आदर्श वाक्य “मानव जाति की सेवा में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी” हैं.