हर दिन के न्यूजपेपर में “रोड एक्सीडेंट” की घटना अक्सर आ जाती हैं और वहीं घटना आती है जिसमें कुछ लोग मरते हैं परन्तु ऐसी भी बहुत सारी घटनाएँ होती हैं जिसमें गंभीर रूप से घायल और अपंग हो जाते हैं. वो एक सामान्य जीवन जीने में सक्षम नहीं होते हैं. “रोड एक्सीडेंट” की घटनाएँ दिनों-दिन भारत में बढ़ती जा रही है. इसलिए जरूरी हैं कि आप सावधानी से चले.
- न्यूज़पेपर में कुछ महीनों की “रोड घटनाओं” को देखा तो पाया कि अधिकतर घटनाएँ रात में होती हैं और चालक को नींद आने की वजह से हुई हैं. यदि आप रात्रि में गाड़ी चलाने के अभ्यस्त नहीं हैं तो रात्रि में गाड़ी चलाकर यात्रा न करें. यदि इमरजेंसी में रात्रि के समय गाड़ी चलाना भी पड़ जाएँ तो नींद आने पर गाड़ी को रोक कर आराम कर ले या सो ले क्योंकि गाड़ी चलाते वक्त नींद का आना आपके जान लेवा हो सकता हैं.
- नशीली पदार्थों का सेवन करके गाड़ी को चलाना जान लेवा होता हैं. अधिक्तर “रोड एक्सीडेंट” में वाहन चालक नशीली पदार्थों का सेवन करके गाड़ी चलाता है. इसलिए ज़रूरी है कि नशे में वाहन को न चलायें. यह जान लेवा हो सकता हैं.
- वाहन चलाते वक्त मोबाइल का प्रयोग भी जानलेवा साबित होता हैं. लोगो को मोबाइल चलाने की लत इस प्रकार लग चुकी हैं कि वाहन चलाते वक्त वो मोबाइल पर किसी से बात करते है, गाना सुनते हैं, विडियो देखते हैं.
- यातायात नियमों का पालन करें. कई बार यातायात नियमों की अनदेखी कर देने की वजह से भी दुर्घटना हो जाती हैं. भारत में बढ़ती रोड दुर्घटनाएं चिंताजनक हैं इसलिए वाहन चालक को वाहन चलाते वक्त सावधान और सतर्क रहना चहिये.
- गाड़ी को हमेशा एक सामान्य स्पीड में चलाएं. दुर्घटना और गाड़ी के स्पीड का सीधा-सीधा सम्बन्ध होता है. तेज स्पीड में चलने वाली गाड़ियों का एक्सीडेंट अधिक होता हैं. इसलिए एक सामान्य स्पीड में चले.
सड़क दुर्घटनाएं किसी-न-किसी गलती की वजह से होती हैं. एक छोटी से गलती जान लेवा हो जाती हैं इसलिए वाहन चलाने से पहले यातायात के नियम और उन बातों को जाने जो आपको दुर्घटना से बचा सकती हैं.