दुःख पर शायरी हिंदी में | Sad Shayari in Hindi

लोग कहते हैं कि तू अब भी खफ़ा हैं मुझ से,
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा हैं मुझ से.

हम तुम में कल दूरी भी हो सकती हैं,
वजह कोई मजबूरी भी हो सकती हैं.

मेरी ही बात सुनती हैं मुझी से बात करती हैं,
कहाँ तन्हाई घर की अब किसी से बात करती हैं.

दिल के हाथों कहीं दुनिया में गुजारा न रहा,
हम किसी के न रहे, कोई हमारा न रहा.

हम कभी ख़ुद से कोई बात नही कर पाते,
ज़िन्दगी तुझसे मुलाकात नही कर पाते.

आप क्यूँ रहते हैं मुझ जैसे गुनहगार के साथ,
कौन सा रिश्ता हैं गिरती हई दीवार के साथ.

दुनिया दारी तो क्या आती दामन सीना सीख लिया,
मरने के थे लाख बहाने फिर भी जीना सीख लिया.

Latest Articles