ईश्वर भक्ति शायरी और स्टेटस

अकेले ही पूरी दुनिया में चिता की भस्म से नहाते हैं,
ऐसे ही नही वो कालों के काल महाकाल कहलाते हैं.

शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है !
शिव बुध्दि, शिव चित, शिव मन विभोर है !!

दिखावे की दुनिया से थोड़ा दूर रहता हूँ मैं,
इसलिए शिव भक्ति में चूर रहता हूँ मैं.

भक्तो को चिंता नही होती हैं काल की,
क्योकि उन पर कृपा होती हैं महाकाल की.

शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ,
अंत काल को भवसागर में उसका बेड़ा पार हुआ.

“भगवान् शिव”
चिंतन हो सदा इस मन में तेरा,
चरणों में सदा मेरा ध्यान रहे
चाहे दुख में रहूँ चाहे सुख में रहूँ,
होंठों पे सदा तेरा नाम रहे…!

मन में करो सब शिव जी का ध्यान,
सबसे सुंदर हैं शिव का स्थान,
मिल सभी गुण शिव जी के गाते,
सारी खुशियाँ जीवन में पाते.

जंगल में रहो या बस्ती में,
लहरों में रहो या कश्ती में,
महँगी में रहो या सस्ती में,
पर रहो भगवान् शिव की भक्ति में.

जो डूबते हैं महाकाल की मस्ती में,
चार चाँद लग जाती हैं उनकी हस्ती में..
ॐ नमः शिवाय

ना पैसा लगता हैं ना ख़र्चा लगता हैं,
राम-राम बोलिए बड़ा अच्छा लगता हैं.

शब्द-शब्द में ब्रम्हा हैं, शब्द-शब्द में सार,
शब्द सदा ऐसे कहो जिनसे उपजे प्यार.

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