Christian Dharm | ईसाई धर्म

Isai Dharm Ka Itihas in Hindi ईसाई धर्म को मसीही धर्म भी कहते हैं, पूरे विश्व में इस धर्म का अनुसरण (फॉलोवर) वाले लोगो की संख्या सबसे अधिक हैं. ईसा मसीह के विचारों, सिद्धांतो और उनके आदर्शो पर ही ईसाई धर्म का आधार हैं. ईसाई धर्म के अनुसार जीव हत्या, अनावश्यक हरे पेड़ो की कटाई, किसी को व्यर्थ आघात पहुँचाना, व्यर्थ जल बहाना आदि पाप हैं. ईसाई धर्म के पवित्र ग्रन्थ “बाइबिल” में इसकी वस्तृत जानकारी हैं.

ईसा मसीह मृत्यु के तीन दिन बाद फिर वापिस जी उठे और 40 दिन बाद सीधे स्वर्ग चले गए. ईसा के 12 शिष्यों ने उनके नये धर्म को सभी जगह फैलाया. यही धर्म ईसाई धर्म कहलाया.

Who was Jesus? | ईसा मसीह कौन थे?

बाइबिल के अनुसार ईसा की माता मरियम, गलीलिया प्रांत के नाज़रेथ गाँव की रहने वाली थीं. विवाह के पहले ही वह कुँवारी रहते हुए ही ईश्वरीय प्रभाव से गर्भवती हो गईं. ईश्वर की ओर से संकेत पाकर यूसुफ ने उन्हें पत्नीस्वरूप ग्रहण किया. इस प्रकार जनता ईसा की अलौकिक उत्पत्ति से अनभिज्ञ रही. मरियम और युसूफ का विवाह होने के बाद वे गलीलिया छोड़कर यहूदिया प्रांत के बेथलेहेम नामक नगरी में आकर रहने लगे, वहाँ ईसा का जन्म हुआ.

ईसा मसीह दिव्य प्रतिभा और गुणों से परिपूर्ण एक साधारण व्यक्ति थे, जिनका हृदय सत्य, अहिंसा और करूणा से भरा हुआ था. उनके विचार, सिद्धांत और वाणी ईश्वरीय थी. वे पापी मनुष्यों को नहीं परन्तु मनुष्यों के अन्दर के पापों को खत्म करना चाहते थे. वे इस पृथ्वी पर पहले ऐसे ईश्वर थे जो पापी, बीमार, मूर्खों और सताए हुओं का पक्ष लिया और उनके बदले में पाप की कीमत अपनी जान देकर चुकाई ताकि मनुष्य बच सकें. यह पापी मनुष्य और पवित्र परमेश्वर के मिलन का मिशन था जो प्रभु यीशु के क़ुरबानी से पूरा हुआ. एक श्रृष्टिकर्ता परमेश्वर हो कर उन्होंने पापियों को नहीं मारा परन्तु पाप का इलाज़ किया.

Interesting Facts about Christian Dharm | ईसाई धर्म के बारे में रोचक बातें

  1. ईसाईं धर्म के संस्थापक ईसा मसीह हैं.
  2. ईसाईं धर्म का प्रमुख ग्रन्थ बाइबिल हैं.
  3. ईसा मसीह का जन्म जेरूसलम के निकट बैथलेहम नामक स्थान पर हुआ था.
  4. ईसा का जन्म दिवस को क्रिसमस के रूप में मनाया जाता हैं.
  5. ईसा मसीह के माता का नाम मरियम और पिता का नाम युसूफ हैं.
  6. ईसा ने अपने जीवन के प्रथम 30 वर्ष एक बढई के रूप में बैथलेहम के निकट नाजरेथ में बिताएं.
  7. ईसा मसीह के प्रथम दो शिष्य थे – एंड्रूज एवं पीटर
  8. ईसा मसीह को सूली पर रोमन गवर्नर पोंटियस ने चढ़ाया.
  9. ईसा मसीह को 33 ई. में सूली पर चढ़ाया गया.
  10. ईसाई धर्म का सबसे पवित्र चिन्ह क्रॉस हैं.
  11. इसाई त्रित्व में विश्वास रखते हैं – ईश्वर पिता, ईश्वर पुत्र (ईसा) और ईश्वर पवित्र आत्मा.

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