महात्मा गाँधी के बारे में 10 रोचक जानकारियाँ

महत्मा गाँधी के बारे में कौन नही जानता होगा. गाँधी जी के सिद्धांत और उनके त्याग को भारत सहित पूरा विश्व कभी भी भूल नही सकता. यदि पूरी दुनिया गांधी जी के सिद्धांतो पर चले तो हर जगह शांति और सुख होगा. गाँधी जी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत को मैं नमन करता हूँ. मुझे नही लगता कि कोई दूसरा ऐसा व्यक्ति होगा जो अपने सिद्धांतो और कार्यो की वजह से पूरे विश्व में इतनी प्रसिद्धी पा सके.

गाँधी जी के बारे में (About Gandhi Ji)

जन्म2 अक्टूबर 1869, माता – पुतलीबाई गाँधी, पिता – करमचंद गाँधी, पूरा नाम – मोहनदास करमचंद गाँधी, अन्य नाम- महात्मा गान्धी, बापु, गांधीजी, राष्ट्रपिता, पत्नी- कस्तूरबा गाँधी, शिक्षा – लंदन युनिवर्सिटी, बच्चे – हरिलाल, मणिलाल, रामदास, देवदास, मृत्यु – 30 जनवरी 1948.

गाँधी जी के बारे में १० रोचक जानकारियाँ (10 Facts about Gandhi Ji)

  1. 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने, मोहनदास करमचन्द गाँधी को “महात्मा” के नाम से संबोधित किया. गाँधी जी को बापू (गुजरती भाषा में पिता को बापू कहते हैं) के नाम से भी याद किया जाता हैं.सुभाष चन्द्र बोस ने 1944 को रंगून के रेडियो से गाँधी को “राष्ट्रपिता” कहकर संबोधित किया.
  2. गाँधी जी का जन्मदिन २ अक्टूबर हैं. भारत में इस दिन को गाँधी जयंती के रूप में मनाया जाता हैं और पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के नाम से मनाया जाता हैं.
  3. गाँधी जी का विवाह 13 साल के कम आयु में हो गया था. गाँधी जी के पत्नी का नाम कस्तूरबा माखनजी था. गांधी जी का विवाह 1883 में हुआ था.
  4. महात्मा गाँधी के जीवन में उनके सिद्धांत – सत्य, अहिंसा, शाकाहारी, ब्रह्मचर्य, सादगी और विश्वास था.
  5. गाँधी जी ने 1921 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागडोर संभालने के बाद, देशभर में गरीबी से राहत दिलाने, महिलाओं के अधिकार और सम्मान की रक्षा, धार्मिक एवं जातीय एकता का निर्माण व आत्मनिर्भरता के लिये अस्पृश्‍यता के विरोध में अनेकों कार्यक्रम चलाये.
  6. 1930 में नमक सत्याग्रह और 1942 में अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन की वजह से गाँधी जी को  बहुत  ज्यादा प्रसिद्धि प्राप्त हुई.
  7. गाँधी जी ने साबरमती आश्रम में अपना जीवन गुजारा और भारतीय पोशाक धोती व सूत से बनी शाल पहनी जिसे वे स्वयं चरखे पर सूत कातकर अपने हाथ से बनाते थे. गाँधी जी ने हमेशा शाकाहारी भोजन किया और आत्मशुद्धि के लिए उपवास भी रखते थे.
  8. महत्मा गाँधी के चार पुत्र थे – हरीलाल गाँधी, मणिलाल गाँधी, रामदास गाँधी और देवदास गाँधी.
  9. गाँधी जी के महान कार्य और उनके सिद्धान्त पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं. गाँधी जी के मृत्यु के पश्चात् पूरे विश्व में शोक मनाया गया था. आज भी पूरा विश्व उनकी सिद्धांतो को मानता हैं और विश्व शांति के लिए प्रयोग भी करता हैं.
  10. 30 जनवरी, 1948 में, नाथूराम गौड़से ने गांधी जी की गोली मारकर हत्या कर दी. नाथूराम गौड़से हिन्दू राष्ट्रवादी थे जिनके कट्टरपंथी हिंदु महासभा के साथ संबंध थे . गाँधी जी के मृत्यु के समय जो अंतिम शब्द निकले वो थे “राम”

 

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